ओमप्रकाश बजाज की बाल-कविताओं का संग्रह

बाल-कविताओं का संग्रह: ओमप्रकाश बजाज

नया-पुराना: ओम प्रकाश बजाज

Naya Purana Mobile Phoneसमय का पहिया घूमता जाता,
नए नए परिवर्तन लाता।

मन सेर छटांक हुए पुरानी बात,
रुपया आना पाई हुए बीता इतिहास।

सिक्कों ने भी बदले कई आकार,
कई तो हो गए चलन के बाहर।

लेना देना – नाप तौल दुरी इकाई,
दशमलव प्रणाली सब पर छाई।

मोबाइल फ़ोन का देखो चमत्कार,
संचार क्रांति का खुल गया द्वार।

ओम प्रकाश बजाज

आपको ओम प्रकाश बजाज जी की यह बाल-कविता “नया-पुराना” कैसी लगी – आप से अनुरोध है की अपने विचार comments के जरिये प्रस्तुत करें। अगर आप को यह कविता अच्छी लगी है तो Share या Like अवश्य करें।

यदि आपके पास Hindi / English में कोई poem, article, story या जानकारी है जो आप हमारे साथ share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ E-mail करें। हमारी Id है: submission@sh035.global.temp.domains. पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ publish करेंगे। धन्यवाद!

Check Also

Holika Dahan: Poetry About Holi Festival Celebrations In Hindus

Holika Dahan: Poetry About Holi Festival Celebrations In Hindus

Holika Dahan is celebrated by burning Holika, an asuri (demoness). For many traditions in Hinduism, …