ओमप्रकाश बजाज की बाल-कविताओं का संग्रह

बाल-कविताओं का संग्रह: ओमप्रकाश बजाज

याद करो: ओमप्रकाश बजाज

अपनी खुशियों की सफलताओं को,
उपलब्धियों को याद करो।

जब- जब कुछ विशेष किया हो,
ऐसे अवसरों को याद करो।

जब तुम्हारी प्रशंसा हुई हो,
तुम्हारा का सराहा गया हो।

तुम्हारी सजगता – तत्परता के कारण,
कोई नुक्सान होने से बच गया हो।

कभी – कभी खाली बैठे ठाले,
ऐसी घटनाओं को याद करो।

इससे तुम्हारा उत्साह बढ़ेगा,
कुछ नया करने का मन करेगा।

ओमप्रकाश बजाज

आपको ओमप्रकाश बजाज जी की यह कविता “याद करो” कैसी लगी – आप से अनुरोध है की अपने विचार comments के जरिये प्रस्तुत करें। अगर आप को यह कविता अच्छी लगी है तो Share या Like अवश्य करें।

यदि आपके पास Hindi / English में कोई poem, article, story या जानकारी है जो आप हमारे साथ share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ E-mail करें। हमारी Id है: submission@sh035.global.temp.domains. पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ publish करेंगे। धन्यवाद!

Check Also

बैसाखी: ढांड दी ला के चादर

ढांड दी ला के चादर: बैसाखी का लोकप्रिय गीत

ढांड दी ला के चादर: बैसाखी का लोकप्रिय गीत – देश भर में 13 अप्रैल …