Poems For Kids

Poetry for children: Our large assortment of poems for children include evergreen classics as well as new poems on a variety of themes. You will find original juvenile poetry about trees, animals, parties, school, friendship and many more subjects. We have short poems, long poems, funny poems, inspirational poems, poems about environment, poems you can recite

देश की धरती तुझे कुछ और भी दूँ: राम अवतार त्यागी

देश की धरती, तुझे कुछ और भी दूँ - राम अवतार त्यागी

रामावतार त्यागी का जन्म 17 मार्च 1925 को उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद ज़िले की संभल तहसील में हुआ। आप दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर थे। हिन्दी गीत को एक नई ऊँचाई देने वालों में आपका नाम अग्रणीय है। रामधारी सिंह दिनकर सहित बहुत से हिंदी साहित्यकारों ने आपके गीतों की सराहना की थी। ‘नया ख़ून’; ‘मैं दिल्ली हूँ’; ‘आठवाँ स्वर’; ‘गीत …

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Harivansh Rai Bachchan Inspirational Hindi Poem नीड़ का निर्माण फिर फिर

Harivansh Rai Bachchan Inspirational Hindi Poem नीड़ का निर्माण फिर फिर

वह उठी आँधी कि नभ में छा गया सहसा अँधेरा, धूल धूसर बादलों न भूमि को इस भाँति घेरा, रात सा दिन हो गया फिर रात आई और काली, लग रहा था अब न होगा इस निशा का फिर सवेरा, रात के उत्पात–भय से भीत जन–जन, भीत कण–कण, किंतु प्रची से उषा की मोहिनी मुस्कान फिर–फिर! नीड़ का निर्माण फिर–फिर, …

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Funny Hindi Bal Kavita about a hungry cat बिल्ली मौसी – सूर्यकुमार पांडेय

बिल्ली मौसी – सूर्य कुमार पांडेय

बिल्ली मौसी चलीं बनारस लेकर झोला डंडा गंगा तट पर मिला उसे तब मोटा चूहा पंडा चूहा बोला बिल्ली मौसी चलो करा दूँ पूजा मुझ सा पंडा यहाँ घाट पर नहीं मिलेगा दूजा बिल्ली बोली ओ पंडा जी भूख लगी है भारी पूजा नहीं, पेट पूजा की करो तुरत तैयारी समझा चूहा बिल्ली मौसी का जो पंगा जी में टीका–चंदन …

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Hindi Bal Kavita about Eyes आँख – सूर्यकुमार पांडेय

Hindi Bal Kavita about Eyes आँख - सूर्यकुमार पांडेय

कुछ की काली कुछ की भूरी कुछ की होती नीली आँख जिसके मन में दुख होता है उसकी होती गीली आँख। सबने अपनी आँख फेर ली सबने उससे मीचीं आँख गलत काम करने वालों की रहती हरदम नीची आँख। आँख गड़ाते चोर–उचक्के चीज़ों को कर देते पार पकड़े गये चुराते आँखें आँख मिलाने से लाचार। आँख मिचौनी खेल रहे हम …

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Suryakumar Pandey Inspirational Hindi Poem मेरा खरापन शेष है

मेरा खरापन शेष है – सूर्यकुमार पांडेय

गांव में मैैं गीत के आया‚ मुझे ऐसा लगा‚ मेरा खरापन शेष है। वृक्ष था मैं एक‚ पतझड़ में रहा मधुमास सा‚ पत्र–फल के बीच यह जीवन जिया सन्यास सा‚ कोशिशें बेशक मुझे जड़ से मिटाने को हुईं‚ मेरा हरापन शेष है। सीख पाया मैं नहीं इस दौर जीने की कला‚ धोंट पाया स्वार्थ पल को भी नहीं मेरा गला‚ …

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Good Morning Hindi Poem सवेरा और जीवन

Good Morning Hindi Poem सवेरा और जीवन

हुआ सवेरा, हुआ सवेरा, सूरज की किरणों ने डाल-डाल पर डाला घेरा, हुआ सवेरा, हुआ सवेरा। मन में उमंग, तन में तरंग, जीवन ने फिर से लिया फेरा हुआ सवेरा, हुआ सवेरा। चल निकला, बागों में जीवन, चल निकला, राहों में जीवन हुआ सवेरा, हुआ सवेरा। पक्षियों का जागा फिर कलखू, मीठा-मीठा, मंद-मन मोहक हुआ सवेरा, हुआ सवेरा। कलियों का …

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Short Hindi Poem about Selfishness शोर

Short Hindi Poem about Selfishness शोर

आज जीवन का ऐसा दौर आया है। हर तरफ इक अजीब मोड़ आया है। आज जीवन का ऐसा… तंगदिल हो गया ज़माना कि अब अपना भी लगे बेगाना, हर तरफ इक अजीब मोड़ आया है। आज जीवन का ऐसा… समय नहीं है, समय नहीं हैं, हर तरफ यहीं शोर छाया है हर तरफ इक अजीब मोड़ आया है आज जीवन …

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Mukesh Classic Love Song कभी कभी मेरे दिल में ख्याल आता है – साहिर लुधियानवी

Mukesh Classic Love Song कभी कभी मेरे दिल में ख्याल आता है - साहिर लुधियानवी

कभी कभी मेरे दिल में, ख़याल आता है के जैसे तुझको बनाया गया है मेरे लिये तू अबसे पहले सितारों में बस रही थी कहीं तुझे ज़मीं पे बुलाया गया है मेरे लिये कभी कभी मेरे दिल में, ख़याल आता है कभी कभी मेरे दिल में, ख़याल आता है के ये बदन ये निगाहें मेरी अमानत हैं ये गेसुओं की …

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Anand Bakshi Romantic Love Song Sung By Mukesh चंचल शीतल निर्मल कोमल

Anand Bakshi Romantic Love Song Sung By Mukesh चंचल शीतल निर्मल कोमल

चंचल शीतल निर्मल कोमल संगीत की देवी स्वर सजनी.. सुन्दरता की हर प्रतिमा से बढाकर है तू सुन्दर सजनी चंचल शीतल… कहते है जहा ना रवि पहुचे कहते है वहा पर कवी पहुचे तेरे रंग-रूप की छाया तक ना रवि पहुचे ना कवी पहुचे मै छूने लागून तू उड़ जाए परियो से तेरे पर सजनी चंचल शीतल… तेरे रसवंती होठो …

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पानी रे पानी तेरा रंग कैसा: इन्द्रजीत सिंह तुलसी

पानी रे पानी तेरा रंग कैसा - शोर - Hindi Filmi Song on Poverty

शोर 1972 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। इसका लेखन, निर्देशन और निर्माण मनोज कुमार ने किया है। इसमें वह स्वयं जया भादुड़ी के साथ मुख्य भूमिका में हैं। शंकर (मनोज कुमार) एक दुर्घटना में अपनी पत्नी (नन्दा) को खो देता है। वह अपने बेटे को बचाते हुए मर जाती है। दुर्घटना के कारण, दीपक अपनी आवाज खो देता …

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