Poems For Kids

Poetry for children: Our large assortment of poems for children include evergreen classics as well as new poems on a variety of themes. You will find original juvenile poetry about trees, animals, parties, school, friendship and many more subjects. We have short poems, long poems, funny poems, inspirational poems, poems about environment, poems you can recite

Hindi Wisdom Poem about Current Generation आज की पीढ़ी

Hindi Wisdom Poem about Current Generation आज की पीढ़ी

आज की पीढ़ी, चढ़ी नहीं सीढ़ी। करती नही आदर सम्मान, न है संस्कारों का उन्हें ज्ञान। पश्चिम भाषा से कराएं अपनी पहचान, संस्कृति का तो दूर दूर तक नही है नामो – निशान। आपस मैं भाई -भाई, करे बंटवारा और लड़ाई, माँ -बाप है उनके लिए बोझ। यही है आज की पीढ़ी की सोच, उठो, जागो पश्चात के दीवानो, अपनी …

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Motivational Hindi Bal Kavita कुछ बनो

Motivational Hindi Bal Kavita कुछ बनो

तुम भी तो कुछ बनो हौले से बोली ठंडी बयार। सुबह हुई उठ तैयार, करने को कुछ काम, व्यवहार। न सोचो है आज रविवार, न सोचो है त्यौहार। पल-पल से बने हैं घण्टे और घण्टो से बना दिन। हर दिन की कीमत तू जान, कर मेहनत बना अपनी पहचान। ~ गुर सिमरन सिंह (आठवी ‘ड’) St. Gregorios School, Gregorios Nagar, Sector …

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AR Rahman Devotional Islamic Song पिया हाजी अली

AR Rahman Devotional Islamic Song पिया हाजी अली

खुदा अपने वलियों से होता है राजी मिलेगी ये दर से हमें सरफ़राज़ी यहाँ दिल से माँगो ये हाजी अली हैं खुदा के वली हैं शाहे समुंदर इब्न इ हैदर शाह इ समुंदर इक नज़र पिया हाजी पिया हाजी पिया हाजी पिया हो तुम समंदर के धनि बाबा हाजी अली है तुम्हारा मुस्तफ़ा दर मुर्तज़ा मरहबा पिया हाजी अली पिया …

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Adnan Sami Spiritual Qawwali भर दो झोली मेरी या मुहम्मद

Adnan Sami Spiritual Qawwali भर दो झोली मेरी या मुहम्मद

तेरे दरबार में दिल थाम के वो आता है जिसको तू चाहे, हे नबी तू बुलाता है भर दो झोली मेरी या मुहम्मद लौट कर मैं ना जाऊंगा खाली भर दो झोली मेरी या मुहम्मद लौट कर मैं ना जाऊंगा खाली बांध दीदों में भर डाले आंसू सील दिए मैंने दर्दों को दिल में बांध दीदों में भर डाले आंसू …

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मदीने वाले से मेरा सलाम कहना – आनंद बक्षी

मदीने वाले से मेरा सलाम कहना - आनंद बक्षी

ना ज़र्रो जाए मुस्तुफा धुन्धती है दया रे रसूले खुदा धुन्धती है मुबारक हो तुम सबको हज्ज का महिना… ना थी मेरी किस्मत के देखू मदीना मदीने वाले से मेरा सलाम कहना… मदीने वाले से मेरा सलाम कहना फटा मेरे गम से समंदर का भी सीना… ना थी मेरी किस्मत के देखू मदीना मदीने वाले से मेरा सलाम कहना… वह …

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Muslim Devotional Song By Anand Bakshi ऐ खुदा हर फैसला तेरा मुझे मंज़ूर है

Muslim Devotional Song By Anand Bakshi ऐ खुदा हर फैसला तेरा मुझे मंज़ूर है

ऐ खुदा, हर फ़ैसला तेरा मुझे मंजूर है, (2) सामने तेरे तेरा बंदा बहुत मजबूर है। ऐ खुदा, हर फ़ैसला तेरा मुझे मंजूर है, सामने तेरे तेरा बंदा बहुत मजबूर है। (अल्लाह हूँ…) हर दुआ मेरी किसी दीवार से टकरा गयी, (2) बेअसर होकर मेरी फ़र्याद वापस आ गयी। (अल्लाह हूँ…) इस ज़मीन से आसमां शायद बहुत ही दूर है, …

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Enlightening Song to Awaken Spiritual Side नूर-ए-खुदा

Enlightening Song to Awaken Spiritual Side नूर-ए-खुदा

अजनबी मोड़ है, खौफ हर ओर है हर नज़र पे धुआं छा गया पल भर में जाने क्या खो गया आसमां सर्द है आहें भी सर्द है तन से साया जुदा हो गया पल भर में जाने क्या खो गया सांस रुक सी गयी जिस्म छिल सा गया टूटे ख़्वाबों के मंज़र पे तेरा जहाँ चल दिया नूर-ए-खुदा तू कहाँ …

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Hindi Bal-Kavita About Rain वर्षा रानी

Hindi Bal-Kavita About Rain वर्षा रानी

जल्दी आओ वर्षा रानी, खेतो मैं बरसाओ पानी। दूर भगाओ तुम सूखे को, हरियाली का दृश्य दिखाओ।। खाना सबको तुमसे मिलता, नहीं भूख से कोई मरता। विकराल रूप धारण मत करना, हम पर कृपा बनाए रखना।। जाने को जब तुम होती हो, रूप इंद्र धनुष का ले लेती हो। बड़ा विहंगम दृश्य यह लगता, सबके मन को मोहित करता।। ~ अद्विक मिश्रा …

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Hindi Bal-Kavita About Time: समय

Hindi Bal-Kavita About Time: समय

समय बड़ा अनमोल है, इसको मत गवाँया करो। आज का काम, आज करो, कल पर मत टाला करो। समय की कद्र जो करते है, हर मंज़िल उनके द्वार उन पर, स्वयं ही खुल जाते हैं। खुद भी सीखो, औरो को भी सिखाया करो। ~ रेनिल जॉन जैकब (आठवीं – ब) St. Gregorios School, Gregorios Nagar, Sector 11, Dwarka, New Delhi

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Kaka Hathrasi Hasya Vyang / Frustration Poem अमंगल आचरण

Kaka Hathrasi Hasya Vyang / Frustration Poem अमंगल आचरण

मात शारदे नतमस्तक हो, काका कवि करता यह प्रेयर ऐसी भीषण चले चकल्लस, भागें श्रोता टूटें चेयर वाक् युद्ध के साथ–साथ हो, गुत्थमगुत्था हातापाई फूट जायें दो चार खोपड़ी, टूट जायें दस बीस कलाई आज शनिश्चर का शासन है, मंगल चरण नहीं धर सकता तो फिर तुम्हीं बताओ कैसे, मैं मंगलाचरण कर सकता इस कलियुग के लिये एक आचार संहिता …

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