Stories in Hindi

लाइफबोट: पेरेंट्स डे विशेष हिंदी कहानी

लाइफबोट: पेरेंट्स डे विशेष हिंदी कहानी

लाइफबोट: एक स्कूल में टीचर ने अपने छात्रो को एक कहानी सुनाई और बोली एक समय की बात है की एक समय एक छोटा जहाज दुर्घटना ग्रस्त हो गया। उस पर पति पत्नी का एक जोड़ा सफ़र कर रहा था। उन्होने देखा की जहाज पर एक लाइफबोट है जिसमे एक ही व्यक्ति बैठ सकता है, जिसे देखते ही वो आदमी …

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प्रतिशोध: नारी उत्पीड़न की कहानी – मंजरी शुक्ला

प्रतिशोध - नारी उत्पीड़न की कहानी

प्रतिशोध: नारी उत्पीड़न की कहानी – दूर से आती आवाज़ को कभी गौर से सुनना नहीं पड़ा और जो सामने था उसकी स्पष्ट आवाज़ कभी कानों में आई नहीं। क्या, क्यों और कैसे शब्दों का कोई अर्थ नहीं रह गया था। किसी शान्त नदी के किनारे या उफ़नते समुद्र के ज्वर भाटे उसे एक सा ही सुकून देते थे। उसे …

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अनोखे जवाब: अध्यापक शिष्य के बीच हास्य वार्ता

अनोखे जवाब: अध्यापक शिष्य के बीच हास्य वार्ता

अनोखे जवाब: शर्मा मैडम सत्रह का पहाड़ा पूछ रही थी और बच्चों का दिल बैठा जा रहा था। जिन बच्चों को पहाड़ा आता था वे उचक-उचक कर हाथ उठा रहे थे। कुछ बेहद उत्साही बच्चे तो, मिस मैं… मिस मैं… कहते हुए मेज पर लटक कर औंधे हो गए थे। अमित जानता था कि जो बच्चे पहाड़ा बोलने के लिए …

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चुग्गी मुर्गी और लोमड़ी: दिन में सपने देखने वाली मुर्गी की कहानी

चुग्गी मुर्गी और लोमड़ी: दिन में सपने देखने वाली मुर्गी की कहानी

चुग्गी मुर्गी और लोमड़ी की कहानी: चुग्गी मुर्गी खाने की तलाश में जंगल में इधर उधर घूम रही थी। तभी उसे उस कुछ सुनहरे रंग के गोल बीज घास के पास पड़े दिखाई दिए। वे सभी बीज सुनहरे रंग के थे और उनके हलकी सी रोशनी निकल रही थी। सुनहरे रंग की उनकी रौशनी आस-पास की घास तक बिख़र रही …

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अप्पू घर: चार घंटे चुप रहने की मजेदार कॉमेडी कहानी

अप्पू घर

“क्या बात है, तुम आज कुछ भी बोल क्यों नहीं रही हो” निफ़्टी ने बुलबुल से धीरे से पूछा? बुलबुल ने निफ़्टी की ओर देखा और वापस ब्लैकबोर्ड की तरफ़ देखने लगी। निफ़्टी ने मुस्कुराते हुए बुलबुल के हाथ से पेंसिल छीन ली। बुलबुल ने तुरंत अपने पेंसिल बॉक्स से दूसरी पेंसिल निकाल ली और सवाल हल करने लगी। निफ़्टी …

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पापा के लिए तोहफा: फादर्स डे स्पेशल बाल-कहानी

पापा के लिए तोहफा: फादर्स डे स्पेशल बाल-कहानी

“कल तुम सब मेरे घर आना। हम लोग समोसा खाएंगे और क्रिकेट खेलेंगे” रोमी ने हँसते हुए अपने दोस्तों से कहा। “हाँ, तेरा तो बगीचा ही इतना बड़ा है जैसे क्रिकेट का मैदान” शिवम् हँसते हुए बोला। “कितने बजे आना है”? मुदित ने उत्सुकता से पूछा। “तुम मत आना, कल के लिए बहुत सारे बच्चे हो गए हैं। तुम अगली …

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बेचारे रिश्वतखोर: Hasya Vyangya about Poor Grafters

Hasya Vyangya about Poor Grafters बेचारे रिश्वतखोर

मौजूदा दौर रिश्वतखोर बिरादरी के माफिक नहीं चल रहा है इसलिए समस्त रिश्वतबाजों को इस लेख के माध्यम से आगाह कर रहा हूं कि आपके ग्रह उलटी दिशा में चल रहे हैं। आप पर शनि महाराज की वक्र दृष्टि पड़ रही है अतः रिश्वत लेते वक़्त आपको पसीने छूट रहे होंगे कि कहीं कोई सूक्ष्म कैमरा स्टिंग आप्रेशन में तो …

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पुनर्मिलन: कहानियों के विशेषज्ञ जोहान पीटर हेबेल

पुनर्मिलन: कहानियों के विशेषज्ञ जोहान पीटर हेबेल

जोहान पीटर हेबेल (1760-1826) जर्मन लेखकों में अपनी छोटी-छोटी कहानियों के लिए विशेष रूप से जाने जाते हैं। प्रस्तुत कहानी प्रेम की एक अखिण्डत प्यास और एक ऐसे विश्वास की कहानी है, जिसके सहारे आदमी अपनी तमाम भावी सम्भावनाओं के प्रति समर्पित हो जाता है। कोई पचास बरसों से भी पहले की बात है कि फालुन में – जो कि …

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नई सीख: दिल को भावुक कर देने वाली कहानी

नई सीख:

“जब तुम्हारे सारे दोस्त फ़ीस जमा कर रहे थे तब तुम कहाँ थे?” मिश्रा सर ने अंकुर से गुस्से से पूछा। “मैं भूल गया था सर” अंकुर ने ज़मीन की ओर ताकते हुए कहा। “और जब आज फ़ीस भरने की आख़िरी तारीख़ है तो तुम मेरा हिंदी का पीरियड छोड़कर फ़ीस भरने ऑफ़िस जाना चाहते हो” सर की आवाज़ अब …

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भूल का एहसास: दांत साफ करने के फायदों पर बाल-कहानी

भूल का एहसास: दांत साफ करने के फायदों पर बाल-कहानी

भूल का एहसास: “कितनी बार कह चुकी हूँ कि अपने दाँतों की देखभाल अच्छे से किया करो” मम्मी ने नीटू से कहा। नीटू हँसते हुए बोला – “मम्मी, देखभाल तो मैं शेरू और पूसी की करता हूँ। दाँतों की भी भला कहीं देखभाल होती है”। अपना नाम सुनते ही शेरू ख़ुशी के मारे पूँछ हिलाने लगा और पूसी कूदकर नीटू …

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