The Hanuman Chalisa (हनुमान चालीसा; literally Forty chaupais on Hanuman) is a Hindu devotional hymn (stotra) addressed to Hanuman. It is traditionally believed to have been authored by 16th-century poet Tulsidas in the Awadhi language, and is his best known text apart from the Ramcharitmanas. The word “chalisa” is derived from “chālīs”, which means the number forty in Hindi, as …
Read More »Ram Navami Songs & Devotional Bhajans
Ram Navami is celebrated with extreme zeal and fervor throughout the India as the birthday of Lord Rama, the incarnation of Lord Vishnu. Shree Rama is regarded as the ideal incarnation of Vishnu in a human form. Lord Rama is like a guiding light for the human beings as various sagas of his life present a view of right and …
Read More »ब्रह्मा मुरारी सदा पूजितः महाशिवरात्रि संस्कृत भजन
महाशिवरात्रि संस्कृत भजन ब्रह्मा मुरारी सदा पूजितः नमः शिवाय नमः शिवाय बिल्वचारना प्रिया भवानी शंकरा नमः शिवाय नमः शिवाय मृत्युंजय महादेव महादेव महेश्वरा महेश्वरा नमः शिवाय नमः शिवाय भस्मो धुळीथा थेजो विग्रह नमः शिवाय नमः शिवाय लिंगोद्भवकारा साईं महेश्वरा महेश्वरा नमः शिवाय नमः शिवाय नमः शिवाय नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय, शिवाय नमः ॐ ॐ नमः शिवाय, शिवाय नमः ॐ …
Read More »जय शिव शंकर: महाशिवरात्रि भजन
जय शिव शंकर, स्वामी जय शिव शंकर कष्ट हरो स्वामी हमार, स्वामी कष्ट हरो हमार शरण में अपनी ले के भगवन, मौका दो अपनी सेवा का हे मेरे भोलेनाथ, यही विनती करता हूँ स्वामीनाथ क्या माया है क्या नहीं, मैं अज्ञानी नहीं जानू मेरे स्वामी मैं तो आपको सर्वस्व मानु अपना सेवक बना लो भगवन, मैं ना चाहुँ ये संसार …
Read More »महाशिवरात्रि भजन: अरुणाचल शिवा साईं शंकरा
महाशिवरात्रि भजन अरुणाचल शिवा साईं शंकरा नाचो हे नटराज भस्म भूषण नागाभरणा नाचो हे शिवा राज तांडव प्रिया करा, नटना नटेश्वर, नाचो हे नटराज नाचो हे नटराज दमा दमा दमा दमा डमरू बजावो झना झना झना झना पायलिया धिमिकी धिमिकी धीमी, धिमिकी धिमिकी धीमी, नाचो हे नटराज नाचो हे नटराज महाशिवरात्रि भजन और गानों पर भोलेनाथ की भक्ती में झूम जाएंगे …
Read More »दिवाली रोज़ मनाएं: दीपावली पर छोटी हिन्दी कविता
भारत में यह त्योहार पांच दिनों तक मनाया जाता है। धनतेरस से भाई दूज तक यह त्योहार चलता है। धनतेरस के दिन व्यापार अपने बहीखाते नए बनाते हैं। अगले दिन नरक चौदस के दिन सूर्योदय से पूर्व स्नान करना अच्छा माना जाता है। अमावस्या के दिन लक्ष्मीजी की पूजा की जाती है। खील-बताशे का प्रसाद चढ़ाया जाता है। नए कपड़े …
Read More »मंगल दीप दिवाली: दिवाली पर हिंदी कविता
वह मंगल दीप दिवाली थी, दीपों से जगमग थाली थी। कोई दिये जला कर तोड़ गया, आशा की किरन को रोक गया॥ इस बार न ये हो पाएगा, अँधियारा ना टिक पाएगा। कर ले कोशिश कोई लाख मगर, कोई दिया न बुझने पाएगा॥ जब रात के बारह बजते हैं, सब लक्ष्मी पूजा करते हैं। रात की कालिमा के लिए, दीपों …
Read More »दीप जलाओ दीप जलाओ आज दिवाली रे: बाल-कविता
दिवाली भारतीयों के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण त्योहार है और हमारे लिए लगभग कोई भी त्योहार आतिशबाजी के बिना पूरा नही माना जाता है। लोग पटाखों और आतिशबाजी को लेकर इतने उत्सुक होते हैं कि वह दिवाली के एक दिन पहले से ही पटाखे फोड़ना शुरु कर देते हैं और कई बार तो लोग हफ्तों पहले ही पटाखे फोड़ना …
Read More »दिवाली आई, दिवाली आई: हिंदी बाल-कविता
दिवाली आई, दिवाली आई, खुशियो की बहार लायी। धूम धमक धूम-धूम, चकरी, बम, हवाई इनसे बचना भाई। दिवाली आई, दिवाली आई, खुशियो की बहार लायी। पटाखे बाजे धूम-धूम, धूम-धूम। आओ मिलकर नाचे गए हम और तुम…। घर घर दीप जलेंगे, आएगी मिठाई। दिवाली आई, दिवाली आई, खुशियो की बहार लायी। धूम धमक धूम-धूम, चकरी, बम, हवाई इनसे बचना भाई। दिवाली …
Read More »करवा चौथ: भारतीय सुहागिन का त्यौहार
सुहाग का यह व्रत हर साल कार्तिक के पवित्र महीने में संकष्टी चतुर्थी के दिन यानी कार्तिक कृष्ण चतुर्थी तिथि को किया जाता है। सुहागनें इस दिन सुबह ब्रह्ममुहूर्त में सरगी खाकर व्रत अरंभ करती हैं। व्रत पूरे दिन का होता। रात में चांद को छन्नी से देखकर व्रत का समापन किया जाता है। इस व्रत में चांद को देखने …
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