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बसंत पंचमी: सरस्वती आराधना का पर्व

बसंत पंचमी: सरस्वती आराधना का पर्व

बसंत पंचमी: सरस्वती आराधना का पर्व – भारतीय धर्म में हर तीज-त्योहार के साथ दिलचस्प परंपराएं जुड़ी हुई हैं। इसीलिए प्रत्येक पर्व-त्योहार के मद्देनजर गांवों-शहरों का स्वरूप कुछ बदल-सा जाता है और सभी समुदाय के लोग तरह-तरह की परंपराएं निभाते हुए हर त्योहार का मनपूर्वक मनाते हैं। बसंत पंचमी: सरस्वती आराधना का पर्व यह तिथि देवी सरस्वती का प्राकट्य दिवस …

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बसंत पंचमी के दिन सरस्वती पूजा भी

वसंत पंचमी के दिन विद्या की देवी सरस्वती की भी आराधना होने लगी

बसंत सिर्फ ऋतु नहीं, ज्ञान की उपासना से लेकर काम और मोक्ष का जीवंत उत्सव भी है पुराणों के अनुसार श्रीकृष्ण ने सरस्वती से ख़ुश होकर उन्हें वरदान दिया था कि वसंत पंचमी के दिन तुम्हारी भी आराधना की जाएगी और यूँ भारत के कई हिस्सों में वसंत पंचमी के दिन विद्या की देवी सरस्वती की भी पूजा होने लगी …

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गणतंत्र दिवस का इतिहास

गणतंत्र दिवस का इतिहास

गणतंत्र दिवस का इतिहास: कुछ ही दिनों में सारा देश 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाने वाला है। हर वर्ष की तरह इस बार भी इंडिया गेट से लेकर राष्ट्रपति भवन तककर्त्तव्य पथ से होकर भव्य परेड निकाली जाएगी जिसकी सलामी देश के राष्ट्रपति लेंगे। परेड में भारतीय सेना, वायुसेना, नौसेना आदि कौ विभिन्न रेजिमेंट हिस्सा लेती हैं। इस दिन …

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Basant Panchami Images For Students

Basant Panchami Images For Students And Children: ‘Vasant Panchami‘ (also called Basant Panchami) refers to the following festivals: the religious Hindu festival of Saraswati Puja also called Shree Panchami; Sufi Basant observed in Sufi shrines; the seasonal spring festival of Vasant Panchami observed in many regions; the Basant Festival of Kites of the Punjab region; observance in Gurdwaras as a Sikh …

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सुभाष चन्द्र बोस के अनमोल विचार बच्चों के लिए

सुभाष चन्द्र बोस के अनमोल विचार

सुभाष चन्द्र बोस के अनमोल विचार: (जन्म: 23 जनवरी 1897, मृत्यु: 18 अगस्त 1945) जो नेता जी के नाम से भी जाने जाते हैं, भारत के स्वतन्त्रता संग्राम के अग्रणी नेता थे। द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान, अंग्रेज़ों के खिलाफ लड़ने के लिये, उन्होंने जापान के सहयोग से आज़ाद हिन्द फौज का गठन किया था। उनके द्वारा दिया गया जय हिन्द …

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सुभाष चन्द्र बोस: गोपाल प्रसाद व्यास

सुभाष चन्द्र बोस - गोपाल प्रसाद व्यास: देश भक्ति कविता

सुभाष चन्द्र बोस: गोपाल प्रसाद व्यास – 23 जनवरी 1897 का दिन विश्व इतिहास में स्वर्णाक्षरों में अंकित है। इस दिन स्वतंत्रता आंदोलन के महानायक सुभाषचंद्र बोस का जन्म कटक (Cuttack, Odisha) के प्रसिद्ध वकील जानकीनाथ तथा प्रभावतीदेवी के यहां हुआ। 12 सितंबर 1944 को रंगून के जुबली हॉल में शहीद यतीन्द्र दास के स्मृति दिवस पर नेताजी ने अत्यंत …

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वो था सुभाष: रोहित कुमार ‘हैप्पी’

वो था सुभाष - Hindi Patriotic Poem on Subhas Chandra Bose

वो था सुभाष: रोहित कुमार ‘हैप्पी’ – सुभाष चन्द्र बोस (23 जनवरी 1897 – 18 अगस्त 1945) भारत के स्वतन्त्रता संग्राम के अग्रणी तथा सबसे बड़े नेता थे। द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान, अंग्रेज़ों के खिलाफ लड़ने के लिए, उन्होंने जापान के सहयोग से आज़ाद हिन्द फ़ौज का गठन किया था। उनके द्वारा दिया गया जय हिन्द का नारा भारत का …

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हैं सुभाष चन्द्र बोस अमर: हरजीत निषाद

हैं सुभाष चन्द्र बोस अमर Hindi poem on Netaji Subhash Chandra Bose

हैं सुभाष चन्द्र बोस अमर: हरजीत निषाद – सुभाष चंद्र बोस भारत के सबसे प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानियों में से एक थे. वह युवाओं के करिश्माई प्रभावक थे और स्वतंत्रता के संघर्ष के दौरान भारतीय राष्ट्रीय सेना (INA) की स्थापना और नेतृत्व करके ‘नेताजी‘ की उपाधि प्राप्त की। हालाँकि शुरुआत में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के साथ गठबंधन किया गया था लेकिन …

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जातिगत भेदभाव सबसे बड़ी दुर्बलता: विवेकानंद

जातिगत भेदभाव सबसे बड़ी दुर्बलता: विवेकानंद

जातिगत भेदभाव हमारी सबसे बड़ी दुर्बलता, संगठित होना इस काल की आवश्यकता: स्वामी विवेकानंद “जब तक करोड़ों भूखे और अशिक्षित रहेंगे, तब तक मैं प्रत्येक उस आदमी को विश्वासघातक समझूँगा, जो उनके खर्च पर शिक्षित हुआ है, परन्तु जो उन पर तनिक भी ध्यान नहीं देता!” जातिगत भेदभाव सबसे बड़ी दुर्बलता: विवेकानंद सन् 1857 के प्रथम स्वाधीनता संग्राम से पराधीनता …

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वसुधैव कुटुंबकम: स्वामी विवेकानंद

स्वामी विवेकानंद: वसुधैव कुटुंबकम

विश्व एक व्यायामशाला है, जहाँ हम खुद को मजबूत बनाने के लिए आते हैं: स्वामी विवेकानंद भारतीय संस्कृति के मूल मंत्र ‘वसुधैव कुटुंबकम’ की प्रासंगिकता से सर्वप्रथम स्वामी विवेकानंद ने ही पूरे विश्व को परिचित कराया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने इस मूल मंत्र का और सुदृढ़ तरीके से प्रचार-प्रसार किया। स्वामी विवेकानंद: वसुधैव कुटुंबकम वसुधैव …

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