Baal Kavita in Hindi गड़बड़ झाला - देवेंन्द्र कुमार

Baal Kavita in Hindi गड़बड़ झाला – देवेंन्द्र कुमार

गड़बड़ झाला – देवेंन्द्र कुमार

आसमान को हरा बना दें
धरती नीली, पेड़ बैंगनी
गाड़ी ऊपर, नीचे लाला
फिर क्या होगा – गड़बड़ झाला!

कोयल के सुर मेंढक बोले
उल्लू दिन में आँखों खोले
सागर मीठा, चंदा काला
फिर क्या होगा – गड़बड़ झाला!

दादा माँगें दाँत हमारे
रसगुल्ले हों खूब करारे
चाबी अंदर, बाहर ताला
फिर क्या होगा – गड़बड़ झाला!

चिड़िया तैरे, मछली चलती
आग वहाँ पानी में जलती
बरफी में है गरम मसाला
फिर क्या होगा – गड़बड़ झाला!

दूध गिरे बादल से भाई
तालाबों में पड़ी मलाई
मक्खी बुनती मकड़ी जाला
फिर क्या होगा – गड़बड़ झाला!

~ देवेंन्द्र कुमार

आपको देवेंन्द्र कुमार जी की यह कविता “गड़बड़ झाला” कैसी लगी – आप से अनुरोध है की अपने विचार comments के जरिये प्रस्तुत करें। अगर आप को यह कविता अच्छी लगी है तो Share या Like अवश्य करें।

यदि आपके पास Hindi / English में कोई poem, article, story या जानकारी है जो आप हमारे साथ share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ E-mail करें। हमारी Id है: submission@sh035.global.temp.domains. पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ publish करेंगे। धन्यवाद!

Check Also

Danavulapadu Jain Temple, Kadapa District, Andhra Pradesh, India

Danavulapadu Jain Temple, Kadapa District, Andhra Pradesh, India

Danavulapadu Jain Temple is an ancient Jain center located in Danavulapadu village, within the Jammalamadugu …