इसका अनुमान उस द्वारा बनाई गई कलाकृतियों से लगाया जा सकता है। यही नहीं, राहुल ने ओरीगैमी के साथ कुइलिंग के माध्यम से भी तरह-तरह के मॉडल बनाने शुरू कर दिए हैं। यह उल्लेखनीय है कि कुइलिंग बहुत बारीकी तथा सफाई वाला काम है जिसमें गूंद तथा कागज की बनी मोटी और बारीक रंग-बिरंगी पट्टियों का इस्तमाल किया जाता है। इस कला का माहिर राहुल इन कलाकृतियों को इतनी सफाई से बनाता है कि देखने वाला दंग रह जाता है। राहुल ने अब तक ट्रैफिक लाइट, कप, कैटल, कम्प्यूटर, ट्रक, तितलियां तथा गणपति जी समेत कई डिजाइन बनाए हैं। आज उस द्वारा बनाई गई चीजें प्रत्येक व्यक्ति को आकर्षित करती हैं। उसके माता-पिता उसे इस कला में अधिक निपुणता लाने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। कुइलिंग तथा पेपर फोल्डिंग का बाजार में आया हुआ हर एडिशन उसे खुद लाकर देते हैं।
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बहुत सुंदर है यह ऑरेगामी