ग्रैंडमास्टर डी गुकेश ने तोड़ा 40 साल पुराना रिकॉर्ड

17 साल के ग्रैंडमास्टर डी गुकेश ने तोड़ा 40 साल पुराना रिकॉर्ड

17 साल के ग्रैंडमास्टर डी गुकेश ने तोड़ा 40 साल पुराना रिकॉर्ड: चेस में बने सबसे युवा चैलेंजर, इनाम में ₹78.5 लाख, PM मोदी ने भी बधाई दी

अपनी जीत पर बात करते हुए गुकेश ने कहा कि उन्हें दुनिया की परवाह नहीं थी। वह कुछ तनाव भरे क्षणों के बाद अब तनावमुक्त और खुश हैं। उन्होंने कहा कि वो हर किसी का आभार व्यक्त करते हैं, जिन्होंने भी इस सफलता के लिए योगदान दिया।

ग्रैंडमास्टर डी गुकेश ने तोड़ा रिकॉर्ड

भारत के डी गुकेश ने मात्र 17 साल की उम्र में कैंडीडेट्स शतरंज टूर्नामेंट जीतकर इतिहास रच दिया। उनकी इस जीत ने 40 वर्ष पुराना गैरी कास्पोरोव का रिकॉर्ड तोड़ा है। उन्होंने 14वें और आखिरी दौर में अमेरिका के हिकारू नाकामुरा से ड्रॉ खेलकर टूर्नामेंट अपने नाम किया और इसी के साथ वो विश्व चैंपियनशिप खिताब के सबसे युवा चैलेंजर बने।

कनाडा के टोरंटो में 3 अप्रैल से 22 अप्रैल 2024 तक चले टूर्नामेंट में गुकेश ने 14 में से 9 प्वाइंट जीतकर चैंपियनशिप पर कब्जा किया। अपनी जीत पर बात करते हुए गुकेश ने कहा कि उन्हें टूर्नामेंट के दौरान दुनिया की परवाह नहीं थी। वह कुछ तनाव भरे क्षणों के बाद अब तनावमुक्त और खुश हैं। उन्होंने कहा कि वो हर किसी का आभार व्यक्त करते हैं, जिन्होंने भी इस सफलता तक उनका साथ दिया।

जानकारी के मुताबिक, इस वर्ष के आखिर तक अब गुकेश विश्व चैंपियन चीन के डिंग लिरेन को चुनौती देंगे। अगर वह उस मैच को भी जीत जाएँगे तो दुनिया के सबसे युवा वर्ल्ड चैंपियन बन जाएँगे। इससे पहले मैगन्स कार्लसेन और गैरी कास्पोरव 22 साल के थे जब उन्होंने विश्व चैंपियनशिप जीती थी। इनका रिकॉर्ड तोड़ने के बाद गुकेश कहते हैं उन्हें देश को रिप्रेजेंट करने का मौका मिला यही उनके लिए बहुत बड़ी चीज है।

गुकेश को इस जीत के बाद 88500 यूरो (78.5 लाख रुपए) इनाम में मिले। इस टूर्नामेंट की कुल ईनामी राशि 5 लाख यूरो थी। इससे पहले इस प्रतिष्ठित चैंपियनशिप को विश्वनाथन आनंद ने जीता था। पाँच बार विश्व चैंपियन रहे आनंद ने 2014 में ये खिताब जीता था।

आनंद ने भी सोशल मीडिया पर गुकेश को बधाई दी है। उन्होंने कहा, “सबसे कम उम्र के चैलेंजर बनने के लिए गुकेश को बधाई। आपने जो किया है उस पर वाका चेस परिवार को बहुत गर्व है। आपने जिस तरह से खेला और कठिन तरीके से संभाला, मुझे निजी तौर पर बहुत गर्व है कि आपने किस तरह खेला और मुश्किल स्थिति को संभाला। इस पल का आनंद उठाएँ।”

इसके अलावा गुकेश को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री एमके स्टालिन समेत कई हस्तियों ने बधाई दी है। ऐसे में गुकेश ने कहा है कि वो बधाई संदेश भेजने वालों से अभी बात नहीं कर पाएँ हैं लेकिन जल्द ही वह सबसे बातें करेंगे। उन्होंने बताया कि लगातार जीत के बाद वह काफी खुश थे लेकिन सातवें दौर में अलीरजा से हारने के बाद निराश हो गए थे। हालाँकि उसी मैच से उन्हें दोबारा से ताकत मिली।

पारिवारिक बैकग्राउंड की बात करें तो गुकेश के पिता ईएनटी सर्जन हैं और माँ माइक्रो बायोलॉजिस्ट हैं। गुकेश का जन्म 29 मई 2006 को चेन्नई में हुआ था। वह साल 2015 में अंडर 9 लेवल पर एशियन स्कूल शतरंज चैंपियनशिप जीतने के बाद सुर्खियों में आए। साल 2018 में गुकेश ने एशियन यूथ शतरंज चैंपियनशिप में 5 गोल्ड जीते। 2019 में वह ग्रैंडमास्टर बने। उस समय उनकी उम्र 12 साल 7 महीने और 17 दिन थी।

Check Also

Kabuliwala - Rabindranath Tagore Classic English Short Story

Kabuliwala: Bengali short story written by Rabindranath Tagore

My five years’ old daughter Mini cannot live without chattering. I really believe that in …

Leave a Reply