Paramahansa Yogananda Quotes in Hindi परमहंस योगानंद के अनमोल विचार

परमहंस योगानंद के अनमोल विचार

  • परमेश्वर तक पहुँचने के लिए आपको संघर्ष करने की ज़रूरत नहीं है, लेकिन आपको अपने खुद के बनाये परदे; जो आपको उससे छिपाता है को संघर्ष करके फाड़ने की ज़रूरत है।
  • चूँकि आप खुद ही अपने विचारों के लिए जिम्मेदार हैं, केवल आप ही उसे बदल सकते हैं।
  • हर एक कल हर एक आज से निर्धारित होता है।
  • मन की शांति के बिना बहुत सारे पैसे होना समुद्र में नहाते हुए प्यास से मरने के समान है।
  • कुछ महत्वपूर्ण शुरू करने से पहले शांति से बैठें, अपने बुद्धि और विचारों को शांत करें और गहराई से ध्यान लगाएं। तब आप आत्मा की महान रचनात्मक शक्ति द्वारा निर्देशित किये जायेंगे।
  • आत्मा में बद्बुदाती भगवान् की ख़ुशी के साथ काम करना, एक पोर्टेबल स्वर्ग को जहाँ भी आप जाएं वहां ले जाने जैसा है।
  • भगवान् सरल हैं। बाकी सबकुछ जटिल है।
  • आत्म-नियंत्रण के शेर की तरह दुनिया में विचरण करो; देखो कि कहीं कमजोरी के मेंढक तुम्हे अपमानित ना करें।
  • लगाव बाँधने वाला होता है; यह चाहत की वस्तु के इर्द-गिर्द आकर्षण का प्रभामंडल बना देता है।
  • यदि पिछले कर्म के बीज दिव्य ज्ञान की आग में भुन दिए जाएं तो वे अंकुरित नहीं हो पायेंगे।
  • जाति, धर्म, वर्ग, रंग, लिंग या जाति के सभी पूर्वाग्रहों की उपेक्षा कर, एक स्वामी इंसानी भाईचारे के उपदेशों का अनुसरण करता है। उसका लक्ष्य है आत्मा के साथ पूर्ण एकता।
  • आप जितनी बार भी फेल होते हैं, उठिए और फिर से प्रयास करिए। जब तक आप भगवान् को निराश नहीं करते, और प्रयत्न करते रहते हैं वो आपको निराश नहीं करेंगे।
  • लौकिक सत्य वास्तविकता के साथ सटीक पत्राचार है।
  • निष्पक्ष होने में सबसे बड़ी बुद्धिमानी है। अगर आपके पास सेहत है, लेकिन आप उससे अटैच्ड हैं, तो आपको हमेशा इसे खोने का भय लगा रहेगा। और अगर आपमें खोने का भय है तो आप बीमार हो जायेंगे, आपको पीड़ा झेलनी पड़ेगी। क्यों न खुद में हेमशा आनंदित रहा जाए।

Check Also

घृष्णेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर, वेरूळ गांव, औरंगाबाद, महाराष्ट्र

घृष्णेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर, वेरूळ गांव, औरंगाबाद, महाराष्ट्र

घृष्णेश्वर ज्योतिर्लिंग महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में स्थित है। भगवान भोलेनाथ का यह सिद्ध मंदिर …