Tag Archives: Hindi Poems on Dreams

दुनिया जगर-मगर है कि मजदूर दिवस है: हिंदी कविता

दुनिया जगर-मगर है कि मजदूर दिवस है - ओमप्रकाश यती

एक मई को दुनिया के कई देशों में लेबर डे मनाया जाता है और इस दिन देश की लगभग सभी कंपनियों में छुट्टी रहती है। भारत ही नहीं दुनिया के करीब 80 देशों में इस दिन राष्‍ट्रीय छुट्टी होती है। हालांकि इस साल हरियाणा सरकार ने लेबर डे नहीं मनाने का फैसला किया है। भारत में मजदूर दिवस कामकाजी लोगों …

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कौन सिखाता है चिड़ियों को: सोहनलाल द्विवेदी

कौन सिखाता है चिड़ियों को - सोहनलाल द्विवेदी

Here is a popular poem of Sohanlal Dwivedi Ji. Who teaches birds… Many would have read it in school days. कौन सिखाता है चिड़ियों को: सोहनलाल द्विवेदी कौन सिखाता है चिडियों को चीं–चीं चीं–चीं करना? कौन सिखाता फुदक–फुदक कर उनको चलना फिरना? कौन सिखाता फुर से उड़ना दाने चुग-चुग खाना? कौन सिखाता तिनके ला–ला कर घोंसले बनाना? कौन सिखाता है …

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गरीब की दिवाली: एक हृदय विदारक कविता

गरीब की दिवाली

पटाखों कि दुकान से दूर हाथों में, कुछ सिक्के गिनते मैंने उसे देखा। एक गरीब बच्चे कि आखों में, मैने दिवाली को मरते देखा। थी चाह उसे भी नए कपडे पहनने की, पर उन्ही पूराने कपडो को मैने उसे साफ करते देखा। हम करते है सदा अपने ग़मो कि नुमाईश, उसे चूप-चाप ग़मो को पीते देखा। जब मैने कहा, “बच्चे, …

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जनम दिन: नीरज की निराशा से भरी प्रेम कविता

Gopal Das Neeraj

Here is an excerpt from a poem expressing the wishes of a poor poet for his love on her birthday. आज है तेरा जनम दिन, तेरी फुलबगिया में फूल एक और खिल गया है किसी माली का आज की रात तेरी उम्र के कच्चे घर में दीप एक और जलेगा किसी दिवाली का। आज वह दिन है किसी चौक पुरे …

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बाप की जगह माँ ले सकती है: आनंद बक्षी की एक दर्द भरी लोरी

बाप की जगह माँ ले सकती है - आनंद बक्षी Mother's Day Hindi Film Song

दर्द का रिश्ता 1982 में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। यह एक डॉक्टर दंपत्ति पर आधारित है जिसमे पत्नी न्यूयार्क में रहकर कैंसर के इलाज की कशिश करती है वह पति मुंबई में कार्य करने के लिए भारत लोट आते है, इसी कारण वोह तलाक ले लेते है। बाद में उनकी बेटी खुद कैंसर रोग से घिर जाती है। …

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बड़ा नटखट है रे कृष्ण कन्हैया: आनंद बक्षी का मदर्स डे स्पेशल गाना

बड़ा नटखट है रे कृष्ण कन्हैया - आनंद बक्षी Mothers Day Filmi Song

बड़ा नटखट है रे कृष्ण कन्हैया का करे यशोदा मैय्या – 2 ढूंढें री अखियाँ उसे चहू ओर जाने कहाँ छुप गया नंदकिशोर उड़ गया जैसे पुरवय्या का करे यशोदा मैय्या आ तोहे मैं गले से लगा लूं लागे ना किसी की नज़र, मन में छूपा लूं धूप जगत है रे ममता है छैय्या का करे यशोदा मैय्या मेरे जीवन …

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कौन तुम मेरे हृदय में? महादेवी वर्मा की खूबसूरत प्रेम कविता

कौन तुम मेरे हृदय में? - महादेवी वर्मा

Here is excerpt from a famous poem of Mahadevi Verma. Love takes root in the heart and suddenly the world looks so different! कौन मेरी कसक में नित मधुरता भरता अलक्षित? कौन प्यासे लोचनों में घुमड़ घिर झरता अपरिचित? स्वर्ण सपनों का चितेरा नींद के सूने निलय में! कौन तुम मेरे हृदय में? अनुसरण निःश्वास मेरे कर रहे किसका निरंतर? …

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