श्रीमद् भगवद् गीता के अनमोल वचन: श्रीमद्भगवद्गीता हिन्दुओं के पवित्रतम ग्रन्थों में से एक है। यह कोई मानवीय पुस्तक नहीं अपितु स्वयं भगवान् की वाणी है। महाभारत के अनुसार कुरुक्षेत्र युद्ध में श्री कृष्ण ने गीता का सन्देश अर्जुन को सुनाया था। यह महाभारत के भीष्मपर्व के अन्तर्गत दिया गया एक उपनिषद् है। इसमें एकेश्वरवाद, कर्म योग, ज्ञानयोग, भक्ति योग, …
Read More »धनतेरस उद्धरण और सन्देश विद्यार्थियों के लिए
धनतेरस उद्धरण और सन्देश विद्यार्थियों के लिए: जिस प्रकार देवी लक्ष्मी सागर मंथन से उत्पन्न हुई थी उसी प्रकार भगवान धनवन्तरि भी अमृत कलश के साथ सागर मंथन से उत्पन्न हुए हैं। देवी लक्ष्मी हालांकि की धन देवी हैं परन्तु उनकी कृपा प्राप्त करने के लिए आपको स्वस्थ्य और लम्बी आयु भी चाहिए यही कारण है दीपावली दो दिन पहले …
Read More »जवाहरलाल नेहरु के अनमोल विचार विद्यार्थियों के लिए
पूरा नाम: जवाहरलाल मोतीलाल नेहरु जन्म: 14 नवम्बर 1889 जन्मस्थान: इलाहाबाद (उत्तर प्रदेश, भारत) पिता: मोतीलाल नेहरु माता: स्वरूपरानी नेहरु शिक्षा: 1910 में केब्रिज विश्वविद्यालय के ट्रिनटी कॉलेज से उपाधि संपादन की। 1912 में ‘इनर टेंपल’ इस लंडन कॉलेज से बॅरिस्ट बॅरिस्टर की उपाधि संपादन की। विवाह: कमला के साथ (1916 में) जवाहरलाल नेहरु के अनमोल विचार जवाहरलाल नेहरु के …
Read More »दिवाली उद्धरण और सन्देश विद्यार्थियों और बच्चों के लिए
दिवाली उद्धरण और सन्देश विद्यार्थियों और बच्चों के लिए: दिवाली या दीपावली अर्थात “रोशनी का त्योहार” शरद ऋतु (उत्तरी गोलार्द्ध) में हर वर्ष मनाया जाने वाला एक प्राचीन हिंदू त्योहार है। दिवाली भारत के सबसे बड़े और प्रतिभाशाली त्योहारों में से एक है। यह त्योहार आध्यात्मिक रूप से अंधकार पर प्रकाश की विजय को दर्शाता है। भारत वर्ष में मनाए …
Read More »भगत सिंह के अनमोल वचन विद्यार्थियों के लिए
अमर शहीद सरदार भगत सिंह (जन्म: 28 सितंबर, 1907, लायलपुर, पंजाब – मृत्यु: 23 मार्च, 1931, लाहौर, पंजाब) का नाम विश्व में 20वीं शताब्दी के अमर शहीदों में बहुत ऊँचा है। भगत सिंह ने देश की आज़ादी के लिए जिस साहस के साथ शक्तिशाली ब्रिटिश सरकार का मुक़ाबला किया, वह आज के युवकों के लिए एक बहुत बड़ा आदर्श है। भगत सिंह …
Read More »देशभक्ति उद्धरण विद्यार्थियों और बच्चों के लिए
देशभक्ति उद्धरण विद्यार्थियों और बच्चों के लिए: देशभक्ति का तात्पर्य अपने देश के साथ प्रेम करना है। यह मानव के हृदय में जलने वाली ईश्वरीय ज्वाला है जो अपनी जन्म भूमि को अन्य सभी से अधिक प्यार करने की शिक्षा देती है। देशभक्त अपने देश के लिए बड़े से बड़े त्याग करने के लिए आतुर रहते हैं और अपनी मातृभूमि के …
Read More »माँ और मातृत्व पर उद्धरण विद्यार्थियों और बच्चों के लिए
माँ और मातृत्व पर उद्धरण विद्यार्थियों और बच्चों के लिए: माँ एक अनुभूति, एक विश्वास, एक रिश्ता नितांत अपना सा। गर्भ में अबोली नाजुक आहट से लेकर नवागत के गुलाबी अवतरण तक, मासूम किलकारियों से लेकर कड़वे निर्मम बोलों तक, आँगन की फुदकन से लेकर नीड़ से सरसराते हुए उड़ जाने तक, माँ मातृत्व की कितनी परिभाषाएँ रचती है। स्नेह, …
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