हिमाचल प्रदेश के सराहन में भीमाकाली मंदिर अवस्थित है। देवी सती का बायां कान इस स्थान पर गिरा था इसलिए यह स्थान शक्तिपीठ कहलाता है। मान्यता है की इस मंदिर का निर्माण लगभग 800 वर्ष पूर्व हुआ था। दन्त कथा के अनुसार, देवी भीमाकाली महान हिंदू ऋषि ब्रह्मगिरी के लकड़ी के स्टाफ में सबसे पहले दिखाई दी। भीमाकाली मंदिर परिसर …
Read More »तीन तीर्थों का संगम है: बिजेथुआ महाबीरन, सुल्तानपुर
[content_block id=48 slug=ads1]उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर के कादीपुर स्थित बिजेथुआ महाबीरन वह स्थान है जहां कालिनेमि का वध किया गया था। यह वधस्थली आज पर्यटन केंद्र सहित तीर्थस्थल तीन तीर्थों का संगम है। यहां से प्रयाग, काशी और अयोध्या की समान दुरी है। कालिनेमी का उल्लेख रामचरित मानस के लंका कांड, अध्यात्म रामायण के युद्ध कांड के सर्ग छः व …
Read More »बलभद्र मंदिर, धौलरा गांव, रादौर, हरियाणा
[content_block id=48 slug=ads1] रादौर के गावं धौलरा में स्थित प्राचीन भगवान बलभद्र के मंदिर के प्रति हरियाणा ही नहीं बल्कि अन्य पड़ोसी राज्यों के लोगो की भी गहरी आस्था है। इस मंदिर की मान्यता है की निसंतान लोग अगर यहां सच्चे दिल से मन्नत मांगते हैं तो उन्हें संतान प्राप्ति होती है। मंदिर के इतिहास के बारे में एक श्रद्धालु …
Read More »बादामी गुफा मंदिर, बादामी, बागलकोट जिला, कर्नाटक
भारत देश में ऐसी बहुत सी ऐतिहासिक और प्रसिद्ध गुफाएं हैं, जिनका रहस्य आज तक कोई सुलझा नहीं पाए। आज हम आपको ऐसी ही एक गुफा के बारे में बताने जा रहे हैं जो अपने अंदर कितने रहस्य और सुंदरता को समेटे हुए हैं। इस गुफा के बारे में ज्यादा लोग नहीं जानते हैं कि ये गुफा कहां और …
Read More »शक्तिपीठ माता आद्रवासिनी लेहड़ा देवी, गोरखपुर, उत्तर प्रदेश
[content_block id=48 slug=ads1]हिंदू धर्म के ग्रंथों और पौराणिक शास्त्रों में ऐसे कईं मंदिर और धार्मिक स्थलों का वर्णन किया गया है जिनका निर्माण रामायण और महाभारत के समय हुआ है। माना जाता है ऐसे बहुत से मंदिर हैं जिनका निर्माण महाभारत पांडवों द्वारा किया गया है, जिन में से बहुत से ऐसे मंदिर है जिनसे संबंधित पौराणिक कथाएं और मान्यताएं …
Read More »आलोर लिंगई माता मंदिर, आलोर गांव, छत्तीसगढ़, भारत
प्राचीन मंदिरों की गिनती करनी हो तो उस गिनती में सबसे पहले भारत के मंदिर शामिल होते हैं। कहा जाता है कि हिंदू धर्म से जुड़े जितने मंदिर और धार्मिक स्थल भारत में है उतने किसी और देश में नहीं है। इशका कारण है हमारे देश का इतिहास। भारत देश में इतने ऐतिहासिक और प्राचीन शहर है, जो यहां के …
Read More »पुष्कर सरोवर, अजमेर, राजस्थान
पुष्कर के पवित्र सरोवर की दक्षिण-पश्चिम दिशा में नाग पहाड़ों की पर्वत श्रृंखला है। पर्वतों की यह श्रृंखला घाटों के बहुत ही करीब से प्रारम्भ हुई है, जबकि उत्तर दिशा में कोई पहाड़ नहीं है। ईशान कोण में थोड़ी दूरी पर छोटी पहाड़ी है और पूर्व दिशा में जो पहाड़ है, वह पहाड़ सरोवर से काफी दूरी पर स्थित है। …
Read More »नासिक, महाराष्ट्र
मान्यताओं के अनुसार मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम 14 वर्ष के वनवास के दौरान नासिक के पास स्थित तपोवन नामक स्थान पर ठहरे थे। यहीं लक्ष्मण ने शूर्पणखा की नाक काटी थी और इसलिए इस जगह का नाम नासिक पड़ा, जोकि एक नाक का ही अनुवाद रूप है। 150 ईसा पूर्व के प्रसिद्ध दार्शनिक प्लोतेमी ने भी नासिक का उल्लेख किया …
Read More »महाबलिपुरम, तमिलनाडु
तमिलनाडु राज्य की राजधानी चेन्नई से करीब 60 कि.मी. दक्षिण की ओर सागर तट पर स्थित है – महाबलिपुरम। यह स्थान अपने पुरातन मंदिरों तथा स्थापत्य कला के वैभव के लिए भारत ही नहीं, संपूर्ण जगत में मशहूर है। यह ऐतिहासिक तथ्य है कि पत्थरों को तराश कर कलात्मक मंदिरों तथा गुफाओं के निर्माण का काम पल्लव राजवंश के राजाओं …
Read More »भारत में ज्ञान और बुद्धि की देवी सरस्वती के 5 चमत्कारी मंदिर
भारत देश में हिंदू धर्म के हर देवी-देवता के कई मंदिर स्थापित है। इन सभी मंदिरों की प्राचीनता और रहस्य इनकी प्रसिद्धि का कारण है। आज हम देवी सरस्वती के 5 ऐसे ही मंदिरो के बारे में बात करने वाले हैं जो बहुत प्रसिद्ध हैं। देवी सरस्वती को ज्ञान और बुद्धि की देवी कहा जाता है। ज्योतिष के अनुसार इनकी …
Read More »