लक्ष्मी नरसिम्हा स्वामी मंदिर, नामपल्ली गुट्टा, वेमुलावाडा शहर

लक्ष्मी नरसिम्हा स्वामी मंदिर, नामपल्ली गुट्टा, वेमुलावाड़ा शहर, तेलंगाना

लक्ष्मी नरसिम्हा स्वामी मंदिर, नामपल्ली गुट्टा, वेमुलावाड़ा शहर: तेलंगाना में हैदराबाद से करीब 50 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद इस भव्य मंदिर को आकृति विशाल नारंगी सांप जैसी है। यह हरी-भरी पहाड़ियों के बीच स्थित है। पहाड़ी की चोटी पर बने इस मंदिर को लक्ष्मी नरसिम्हा स्वामी मंदिर के नाम से जाना जाता है।

लक्ष्मी नरसिम्हा स्वामी मंदिर, नामपल्ली गुट्टा, वेमुलावाड़ा शहर, तेलंगाना

Name: लक्ष्मी नरसिम्हा स्वामी मंदिर, नामपल्ली गुट्टा, वेमुलावाड़ा शहर (Lakshmi Narasimha Temple – Nampally Gutta, Vemulawada)
Location: Lakshmi Narasimha Gardens & Function Hall, SH 11, Anupuram New, Nampally Village, Near Vemulawada Town, Rajanna Sircilla District, Telangana 505302 India
Deity: Lord Narasimha / नरसिंह (4th avatar of Hindu god Vishnu), Naga Devatha, Lord Krishna
Affiliation: Hinduism
Festivals:
Founder:
Completed In: – century

इसका आकार विशाल नाग के रूप में है और नाग के सिर पर भगवान कृष्ण की मूर्ति है। मंदिर अपने आप में बेहद ही अनूठा है। पूरा मंदिर एक ऊंची पहाड़ी पर स्थित है। भक्तों को करीब 100 सीढ़ियां चढ़ कर पहले तो ऊपर आना होता है, फिर यहां से एक सर्पाकार सुरंग जैसी संरचना के अंदर दाखिल होना होता है। यह किसी सांप के पेट के अंदर चलने जैसा है। इस यात्रा के दौरान आपको भगवान श्री कृष्ण की लीलाओं के बारे में काफी कुछ जानने को मिलता है। रास्ते में काफी सारी कृष्ण बाल लीलाओं से संबंधित मूर्तियां भी मिलती हैं।

मूर्तियों के माध्यम से प्रहलाद और हिरण्यकश्यप की कहानी को भी दर्शाया गया है। सुरंग के किनारे पर राक्षसों के राजा हिरण्यकश्यप को मारते हुए भगवान नरसिम्हा की जीवंतमूर्ति है। नाग देवता भी मंदिर के अंदर मौजूद हैं। मंदिर के प्रवेश द्वार के पास भगवान नरसिम्हा की एक मूर्ति है।

मंदिर काफी ऊंचाई परस्थित है तथा कई किलोमीटर दूर से ही नजरआता है। मंदिर की बनावट एक बड़े सर्प जैसी है तथा उसके सिर के ऊपर श्री कृष्ण नृत्य कर रहे हैं। यह उस कथा पर आधारित है जब श्री कृष्ण और कालिया नाग के बीच युद्ध हुआ था। अंत में श्री कृष्ण के हाथों कालिया नाग का मर्दन हुआ था।

बाह्य रूप से तो यह मंदिर भगवान विष्णु के श्री कृष्ण अवतार को समर्पित लगता है लेकिन वास्तव में यह मंदिर भगवान विष्णु के नरसिंह अवतार तथा माता लक्ष्मी को समर्पित है। यहां भगवान नरसिंह अवतार की एक भव्य प्रतिमा स्थापित है।

Statue of Lord Narasimha breaking his way out of a pillar
Statue of Lord Narasimha breaking his way out of a pillar

चोटी से नजर आता है वेमुलावाड़ा शहर का विहंगम दृश्य

लक्ष्मी नरसिम्हा स्वामी मंदिर की पहाड़ी से नाग मंदिर का दृश्य बहुत ही शानदार दिखता है। पहाड़ी की चोटी से वेमुलावाड़ा शहर का भी मनोरम दृश्य दिखाई देता है। यह सांप गहन हरियाली, गोदावरी नदी के किनारे और घुमावदार पहाड़ियों से घिरा हुआ शाम 5.30 बजे तक आमगंतुकों के लिए खुला रहता है।

कैसे पहुंचें लक्ष्मी नरसिम्हा स्वामी मंदिर, नामपल्ली गुट्टा

हैदराबाद से इस मंदिर की दूरी लगभग 50 किलोमीटर है। हैदराबाद से पहले आपको करीमनगर आना होगा। करीमनगर से लगभग 24 किलोमीटर दूर वेमुलावाड़ा शहर के नजदीक यह मंदिर है।

वेमुलावाड कस्बा इससे लगभग 4 किलोमीटर दूर ही है। यह मंदिर मुख्य सड़क के नजदीक की एक पहाड़ी पर है।

Narasingha, is fourth avatar of the Hindu god Vishnu
Narasingha, is fourth avatar of the Hindu god Vishnu

Timings to Visit:

09.00 AM – 17:30 PM

How to reach:

By Air:

The nearest Airport is Hyderabad Rajiv Gandhi International Airport at a distance around 150 Kms. Estimated travel time travelling from from Rajiv Gandhi International Airport Hyderabad to Nampally is 3 hours and 57 minutes by road.

By Train: 

The nearest Railway stations is at Karimnagar and Kamareddy. Karimnagar is located at a distance of 22.7 kms and Kamareddy is located at a distance of 66.5 kms.

By Road: 

There are frequent buses to Rajanna Sircilla district run by Telangana State Road Transport Corporation (TSRTC) connecting to Hyderabad, Karimnagar, Jagityal, Siddipet, warangal, kamareddy, Nizamabad. Buses can be availed from all important towns and cities up to Rajanna Sircilla district and from there we can reach Nampally through various means of transport on road that are auto, bus, car.

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