4to40.com has become very popular amongst school children and their parents who find on this site poems to recite in class, or for home-work. It is therefore important that poems well entrenched in public memory should be available on this site. This famous poem of desh prem should be of interest to many readers. We often hear it on Doordarshan on …
Read More »छोटा चूहा: पूर्णिमा वर्मन की हास्यप्रध बाल-कविता
चूहा एक स्तनधारी प्राणी है। यह साधारणतः सभी देशों में विशेषकर उष्ण देशों में पाया जाता है। यह कपड़ा, सूटकेश आदि को काटकर बहुत हानि पहुँचाता है। शरीर बालों से आवृत एवं सिर, गर्दन, धड़ तथा पूँछ में विभक्त होता है। ऊपरी एवं निचली ओठ से घिरा रहता है। सिर में एक जोड़ा नेत्र, दो बाह्यकर्ण, धड़ में दो जोड़े पैर …
Read More »गेंद के खेल से जुडी हिंदी बाल-कविता: पूर्णिमा वर्मन
खेल, कई नियमों एवं रिवाजों द्वारा संचालित होने वाली एक प्रतियोगी गतिविधि है। खेल सामान्य अर्थ में उन गतिविधियों को कहा जाता है, जहाँ प्रतियोगी की शारीरिक क्षमता खेल के परिणाम (जीत या हार) का एकमात्र अथवा प्राथमिक निर्धारक होती है, लेकिन यह शब्द दिमागी खेल (कुछ कार्ड खेलों और बोर्ड खेलों का सामान्य नाम, जिनमें भाग्य का तत्व बहुत …
Read More »हरिवंश राय बच्चन वीर रस देश प्रेम कविता: रुके न तू
Here is an exhortation from Harivansh Rai Bachchan to leave inaction and to work with full enthusiasm and vigor. A good poem for children to recite. धरा हिला, गगन गुँजा नदी बहा, पवन चला विजय तेरी, विजय तेरीे ज्योति सी जल, जला भुजा–भुजा, फड़क–फड़क रक्त में धड़क–धड़क धनुष उठा, प्रहार कर तू सबसे पहला वार कर अग्नि सी धधक–धधक हिरन …
Read More »Maithili Sharan Gupt Classic Hindi Poem Panchvati चारु चंद्र की चंचल किरणें
Here is an excerpt from the famous poem Panchvati by Maithilisharan Gupt. The description is of the cottage in Panchvati forest that was the abode of Ram, Laxman and Sita during the terminal year of their 14 years banvas. As Ram and Sita sleep inside, Laxman is on guard outside. This poem further goes on to describe the cutting of nose …
Read More »आया वसंत: सोहनलाल द्विवेदी की बसंत पर बाल-कविता
Here is a simple poem on spring for children. The scenery described comprising the mustard fields and flowering of mango trees is something that many urban children today would not be familiar with. For old timers, these things arouse nostalgia. आया वसंत: सोहनलाल द्विवेदी आया वसंत आया वसंत छाई जग में शोभा अनंत सरसों खेतों में उठी फूल बौरें आमों …
Read More »कौन सिखाता है चिड़ियों को: सोहनलाल द्विवेदी
Here is a popular poem of Sohanlal Dwivedi Ji. Who teaches birds… Many would have read it in school days. कौन सिखाता है चिड़ियों को: सोहनलाल द्विवेदी कौन सिखाता है चिडियों को चीं–चीं चीं–चीं करना? कौन सिखाता फुदक–फुदक कर उनको चलना फिरना? कौन सिखाता फुर से उड़ना दाने चुग-चुग खाना? कौन सिखाता तिनके ला–ला कर घोंसले बनाना? कौन सिखाता है …
Read More »क्रिसमस: क्रिसमस डे पर हिंदी बाल-कविता
क्रिसमस डे पर कविता: राहुल उपाध्याय छुटि्टयों का मौसम हैत्योहार की तैयारी हैरौशन हैं इमारतेंजैसे जन्नत पधारी है।कड़ाके की ठंड हैऔर बादल भी भारी हैबावजूद इसके लोगों में जोश हैऔर बच्चे मार रहे किलकारी हैंयहाँ तक कि पतझड़ की पत्तियाँ भीलग रही सबको प्यारी हैंदे रहे हैं वो भी दानजो धन के पुजारी हैं।खुश हैं ख़रीदारऔर व्यस्त व्यापारी हैंखुशहाल हैं …
Read More »क्रिसमस आया क्रिसमस आया: छोटे बच्चों की कविता
क्रिसमस आया क्रिसमस आया,बच्चों का है मन ललचाया।सैंटा क्लॉज आएंगे,नए खिलौने लाएंगे।सैंटा क्लॉज ने दी आवाज,एनी आओ, पेनी आओ,जॉनी आओ, जॉन आओ,यीशु की ये याद का दिन है,बच्चों का ये प्यार का दिन है। ∼ वर्षा रस्तोगी
Read More »आया है भाई हैप्पी क्रिसमस: बड़े दिन पर हिंदी बाल-कविता
गोलू, सोनू छोड़ो असमंजस,आया है भाई हैप्पी क्रिसमस।लो आई मस्ती की बहार,मांगो क्या चाहिए उपहार,सांता क्लॉज़ उनको ही देंगे,जिनका होगा सद्व्यवहार,किस उधेड़-बुन में गए फंस,आया है भाई हैप्पी क्रिसमस।ईसा मसीह का जन्मदिन,क्रिसमस ट्री सजाने का दिन,सभी मिल गाओ ताक-धिना-धिन,तोहफों का आनंद लो हंस हंस,आया है भाई हैप्पी क्रिसमस। ∼ विपिन
Read More »