Tag Archives: Top 10 Inspirational Poems in Hindi

हमारा अतीत (भारत–भारती से): मैथिली शरण गुप्त

हमारा अतीत (भारत–भारती से): मैथिली शरण गुप्त

Bharat-Bharati is a classic Maha-Kavya (epic) written by Rashtra Kavi Methili Sharan Gupt. It traces the rise and fall of Indian civilization and gives prescription for regaining the heights that the civilization had once achieved in the past. The book has three chapters on the past, present and future of India. There are 703 verses in all. I have presented …

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विजयी के सदृश जियो रे: रामधारी सिंह दिनकर

Why did India need to bury Netaji Subhash Chandra Bose before his death?

World is run by people who live a life full of actions. Geeta teaches Karma-yoga to us. The same thought prevails in this poem by Dinkar. It is one of those poems that fill us with enthusiasm and a will to achieve some thing in life. Only Ramdhari Singh Dinkar can exhort like this. A lovely poem indeed. दिनकर जी …

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लक्ष्य: योगी सारस्वत – हौसला बढ़ाने वाली प्रेरक कविता

लक्ष्य: योगी सारस्वत - हौसला बढ़ाने वाली प्रेरक कविता

डॉ. कलाम कहते थे – जिंदगी बदलनी है तो बड़े लक्ष्य रखो, छोटे लक्ष्य तो अपराध हैं लक्ष्य: योगी सारस्वत लक्ष्य हमेशा बड़े रखो, लक्ष्य पर हमेशा चले-चलो। संभव है इसमें बाधाएं भी आएं, पर बाधाओं से लड़ते चलो॥ लक्ष्य हमेशा बड़े रखो॥ कोई गरीब है तो कोई अमीर, पर सबकी अपनी-अपनी तकदीर। हर मंजिल तुमको अपनी मिल जायेगी, गर …

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Hindi Poem on Yoga अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस: 21 जून

Hindi Poem on Yoga अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस - 21 जून

हे मानव! अपने जीवन में, यदि नित्यदिन करोगे योगा। तो बिना रुपइया खर्च किए, शत प्रतिशत लाभ तुम्हें होगा। हर कोई इसे कर सकता है, छोटा, बड़ा, अमीर, गरीब। न औषधि की आवश्यकता है, न ही बीमारी आये करीब। भांति-भांति के आसन हैं, और भिन्न-भिन्न हैं नाम। शरीर के हर एक हिस्से को, मिलता इससे बहुत आराम। आभार प्रकट करता …

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Yoga Diwas Hindi Poem योग दिवस

Yoga Diwas Hindi Poem योग दिवस

कहाँ खोई प्रतिभा लौट के आई, भारत को पहचान दिलाई, विश्व ने माना योग का लोहा, योग ने दुनिया का मन मोहा, अफसर हो या चपरासी, चाहे कितनी आपाधापी, उठी प्रेम से सबकी नज़र, योग ने किया बेहतरीन सफर, आसन हो या प्राणायाम, कूदते फांदते करते व्यायाम, सड़क पे उतरी सरकार, “स्वस्थ विश्व” सपना होता साकार, योग ने दिया भारत …

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Hindi Poem on Yoga & Meditation ध्यान और योग

Hindi Poem on Yoga & Meditation ध्यान और योग

प्रकृति की गोद में, करें ध्यान और योग, प्राणायाम से नष्ट हों जीवन के सब रोग। जीवन के सब रोग मिटें, आनंद मिलेगा, सकारात्मक उर्जा होगी तो हृदय खिलेगा। कवि हो जाता धन्य देख यह दृष्य सुहाना, ऐसे सुख से बढ़ कर सुख न हमने जाना। ~ रजनीश माँगा क्या है “ध्यान और योग” का मेल ‘ध्यान’ चेतन मन की …

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माँ: ओम व्यास ओम – माँ पर मार्मिक कविता

माँ - ओम व्यास ओम

माँ संवेदना है, भावना है, अहसास है माँ, माँ जीवन के फूलों में खुशबू का वास है माँ। माँ रोते हुए बच्चे का खुशनुमा पलना है माँ, माँ मरूथल में नदी या मीठा सा झरना है माँ। माँ लोरी है, गीत है, प्यारी सी थाप है माँ, माँ पूजा की थाली है, मंत्रों का जाप है माँ। माँ आँखों का सिसकता हुआ किनारा …

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दुनिया जगर-मगर है कि मजदूर दिवस है: हिंदी कविता

दुनिया जगर-मगर है कि मजदूर दिवस है - ओमप्रकाश यती

एक मई को दुनिया के कई देशों में लेबर डे मनाया जाता है और इस दिन देश की लगभग सभी कंपनियों में छुट्टी रहती है। भारत ही नहीं दुनिया के करीब 80 देशों में इस दिन राष्‍ट्रीय छुट्टी होती है। हालांकि इस साल हरियाणा सरकार ने लेबर डे नहीं मनाने का फैसला किया है। भारत में मजदूर दिवस कामकाजी लोगों …

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राम-भरत मिलन: महादेवी वर्मा की प्रेरणादायक कविता

Excerpt from Mahadevi Verma’s Ramayana Poem राम–भरत मिलन

Accepting the demand of step-mother Kaikeyi for a 14 year banvaas, Ram along with wife Sita and brother Lakshmana, made abode in the forest of Chitrakoot, Madhya Pradesh. One day Lakshmana saw from a distance, Bharat approaching with an army and thought that he wanted to kill Ram in order to permanently get the kingdom of Ayodhya (Uttar Pradesh, India). In …

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कौन सिखाता है चिड़ियों को: सोहनलाल द्विवेदी

कौन सिखाता है चिड़ियों को - सोहनलाल द्विवेदी

Here is a popular poem of Sohanlal Dwivedi Ji. Who teaches birds… Many would have read it in school days. कौन सिखाता है चिड़ियों को: सोहनलाल द्विवेदी कौन सिखाता है चिडियों को चीं–चीं चीं–चीं करना? कौन सिखाता फुदक–फुदक कर उनको चलना फिरना? कौन सिखाता फुर से उड़ना दाने चुग-चुग खाना? कौन सिखाता तिनके ला–ला कर घोंसले बनाना? कौन सिखाता है …

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