Tag Archives: Devotional poems for Recitation

Love Never Dies: Guru Nanak Devotional Poetry

Guru Nanak Jayanti Recipes: Gurpurab Recipes

‘Guru Nanak Dev Ji’ was born on 15 April 1469 at Rāi Bhoi Kī Talvaṇḍī, now called Nankana Sahib, near Lahore, Pakistan. He was the son of Kalyan Chand Das Bedi and Mata Tripta. His father was a patwari (accountant) for crop revenue in the village of Talwandi. Guru Nanak Dev was married to Mata Sulakkhani. Guru Nanak Dev Ji …

Read More »

Dear Guru Nanak: English Poetry for Students and Children

Dear Guru Nanak

Dear Guru Nanak: English Poetry – Sri Guru Nanak Dev Ji was the creator of Sikhism, and the first of the ten Sikh Guru’s. The last Guru said that there would be no more Gurus after him and Sikhs would be taught by the Sikh holy book, which is called Guru Granth Sahib Ji. The word “Guru” means “teacher” in …

Read More »

योग का महत्व: योग के लाभ एवं फायदों पर हिंदी बाल-कविता

योग का महत्व: योग के लाभ एवं फायदों पर हिंदी बाल-कविता

योग का महत्व: योग – अभ्यास का एक प्राचीन रूप जो भारतीय समाज में हजारों साल पहले विकसित हुआ था और उसके बाद से लगातार इसका अभ्यास किया जा रहा है। इसमें किसी व्यक्ति को सेहतमंद रहने के लिए और विभिन्न प्रकार के रोगों और अक्षमताओं से छुटकारा पाने के लिए विभिन्न प्रकार के व्यायाम शामिल हैं। यह ध्यान लगाने …

Read More »

दिवाली रोज़ मनाएं: दीपावली पर छोटी कविता

दिवाली रोज़ मनाएं - संदीप फाफरिया ‘सृजन’

दिवाली रोज़ मनाएं: भारत में यह त्योहार पांच दिनों तक मनाया जाता है। धनतेरस से भाई दूज तक यह त्योहार चलता है। धनतेरस के दिन व्यापार अपने बहीखाते नए बनाते हैं। अगले दिन नरक चौदस के दिन सूर्योदय से पूर्व स्नान करना अच्‍छा माना जाता है। अमावस्या के दिन लक्ष्मीजी की पूजा की जाती है। खील-बताशे का प्रसाद चढ़ाया जाता …

Read More »

दिवाली आई, दिवाली आई: हिंदी बाल-कविता

Diwali Festival Hindi Rhyme दिवाली आई, दिवाली आई

दिवाली आई, दिवाली आई: हिंदी बाल-कविता दिवाली आई, दिवाली आई, खुशियो की बहार लायी। धूम धमक धूम-धूम, चकरी, बम, हवाई इनसे बचना भाई। दिवाली आई, दिवाली आई, खुशियो की बहार लायी। पटाखे बाजे धूम-धूम, धूम-धूम। आओ मिलकर नाचे गए हम और तुम…। घर घर दीप जलेंगे, आएगी मिठाई। दिवाली आई, दिवाली आई, खुशियो की बहार लायी। धूम धमक धूम-धूम, चकरी, …

Read More »

दीप जलाओ दीप जलाओ आज दिवाली रे: कविता

Diwali Festival Hindi Bal Kavita दीप जलाओ दीप जलाओ आज दिवाली रे

दीप जलाओ दीप जलाओ आज दिवाली रे: दिवाली भारतीयों के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण त्योहार है और हमारे लिए लगभग कोई भी त्योहार आतिशबाजी के बिना पूरा नही माना जाता है। लोग पटाखों और आतिशबाजी को लेकर इतने उत्सुक होते हैं कि वह दिवाली के एक दिन पहले से ही पटाखे फोड़ना शुरु कर देते हैं और कई बार …

Read More »

दशहरा पर कविता: गोविन्द भारद्वाज – विजयदशमी त्योहार पर हिंदी बाल-कविता

दशहरा पर कविता: गोविन्द भारद्वाज - विजयदशमी त्योहार पर हिंदी बाल-कविता

दशहरा पर कविता: दशहरा का पर्व असत्य की सत्य पर जीत का पर्व है। दशहरा जिसे विजय दशमी भी कहते हैं यह पर्व अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को आता है। विजयदशमी यानी दशहरा नवरात्रि खत्म होने के अगले दिन मनाया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान राम ने रावण का वध करने से पहले 9 …

Read More »

आ गया पावन दशहरा: दशहरा पर छोटे बच्चों के लिए हिंदी कविता

Inspirational Hindi Poem about Dussehra आ गया पावन दशहरा (विजय दशमी)

आ गया पावन दशहरा: दशहरा पर हिंदी कविता – भारत में दशहरा का त्योहार बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन को बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है, देश के कुछ जगहों पर दशहरा का सेलिब्रेशन बहुत फेमस होता है। आ गया पावन दशहरा: सत्यनारायण सिंह आ गया पावन दशहरा फिर हमे सन्देश देने आ गया …

Read More »

Durga Puja of Bengalis: Sonnet Mondal

Durga Puja of the Bengalis - Sonnet Mondal

Durga Puja of Bengalis: Durga Puja is one of the most famous festivals celebrated in West Bengal state of India and particularly in Kolkata, in honour of Goddess Durga during the period of Navratri. It is celebrated for 10 days, however starting from the sixth day until the ninth day, the Pandals with grand idols of Goddess Durga are open …

Read More »