Tag Archives: Breeze Poems for Students

नया वर्ष द्वार पर: नए साल पर राकेश खण्डेलवाल की हिंदी बाल-कविता

Hindi Poem about Upcoming New Year नया वर्ष द्वार पर

नया वर्ष द्वार पर: राकेश खण्डेलवाल – ‘नव वर्ष‘ प्रत्येक वर्ष 1 जनवरी को मनाया जाता है। यह सम्पूर्ण विश्व में एक बड़े उत्सव की तरह मनाया जाता है। अलग-अलग स्थानों पर नव वर्ष अलग-अलग विधियों से मनाया जाता है। स्थानीय कैलेण्डर के अनुसार विभिन्न देश एवं सम्प्रदाय के लोग अपना-अपना नव वर्ष अलग-अलग तिथियों पर मनाते हैं किन्तु अधिकांश …

Read More »

नया साल आएगा एक और संकल्प: वीणा सिंह चौधरी

नया साल आएगा एक और संकल्प: वीणा सिंह चौधरी

नया साल आएगा एक और संकल्प: वीणा सिंह चौधरी – भारत में नव वर्ष का आयोजन सभी लोग अपने धर्म के हिसाब से अलग-अलग दिनों में मनाते है लेकिन पश्चिमी सभ्यता के प्रभाव के कारण ज्यादातर लोग अब 1 जनवरी को भी नव वर्ष का आयोजन करते है। हिन्दुओं का नया साल चैत्र नव रात्रि के प्रथम दिन यानी गुड़ी पड़वा …

Read More »

Thankful: Thanksgiving Poem on being a Turkey

Thanksgiving Poem about being a Turkey: Thankful

Thanksgiving Poem on being a Turkey: Thankful – In the United States, the Thanksgiving holiday is a four-day holiday over a weekend, starting on Thanksgiving Thursday and ending on Sunday. Families and friends usually eat a special meal together (usually with a turkey as the main dish). This meal also usually includes mashed potatoes, cranberry sauce, pumpkin pie, several casseroles, …

Read More »

Thanksgiving: Harvest Festival Poem for Kids

Harvest Festival Poem for Kids: Thanksgiving

Thanksgiving is a holiday in the United States and Canada when people give thanks. In the United States, it is on the fourth Thursday of November. In Canada it is on the second Monday of October. In 1863, Abraham Lincoln said the last Thursday of November would be a national Day of Thanksgiving for the United States. American immigrants brought …

Read More »

The Pumpkin: English Poem to read on Thanksgiving Day Festival

English Poem about Thanksgiving: The Pumpkin

The Pumpkin: John Greenleaf Whittier uses grandiose language in “The Pumpkin” to describe, in the end, his nostalgia for Thanksgivings of old and bounteous love for pumpkin pie, the enduring symbol of those holidays. The poem begins with strong imagery of pumpkins growing in a field and ends as an emotional ode to his now elderly mother, enhanced by similes. …

Read More »

अवगुंठित: सुमित्रानंदन पंत की हिंदी प्रेम कविता

अवगुंठित: सुमित्रानंदन पंत (20 मई 1900 – 28 दिसम्बर 1977) हिंदी के सुप्रसिद्ध कवि और लेखक थे। उनका जन्म अल्मोड़ा (उत्तर प्रदेश) के कैसोनी गाँव में हुआ था। इनके जन्म के पश्चात् ही इनकी माँ चल बसी और इनका पालन-पोषण इनकी दादी ने ही किया। आपका वास्तविक नाम गुसाईं दत्त था और बाद में आपने अपना नाम सुमित्रानंदन पंत रख …

Read More »

मौन निमंत्रण: सुमित्रानंदन पंत

मौन निमंत्रण: सुमित्रानंदन पंत

मौन निमंत्रण: सुमित्रानंदन पंत को प्रकृति का सुकुमार कवि कहा जाता है। उन्होंने अपनी कविताओं के माध्यम से प्रकृति के विभिन्न उपादानों का बड़ी सुंदरता से वर्णन किया है। ‘मौन निमंत्रण‘ कविता की शुरुआत भी रात की प्रकृति से हुई है। कविता आरंभ में वे लिखते हैं कि रात में चांदनी फैली हुई थी। चांदनी में किसी की तरह चंचलता …

Read More »

ढांड दी ला के चादर: बैसाखी का लोकप्रिय गीत

बैसाखी: ढांड दी ला के चादर

ढांड दी ला के चादर: बैसाखी का लोकप्रिय गीत – देश भर में 13 अप्रैल को यानी आज बैसाखी का पर्व मनाया जा रहा है। हिंदी कैलेंडर के अनुसार इस दिन को हमारे सौर नव वर्ष की शुरुआत के रूप में भी जाना जाता है। इस दिन लोग अनाज की पूजा करते हैं और फसल के कटकर घर आ जाने …

Read More »

बसंती हवा: केदार नाथ अग्रवाल

बसंती हवा - केदार नाथ अग्रवाल

बसंती हवा: केदारनाथ अग्रवाल (१ अप्रैल १९११ – २२ जून २०००) प्रमुख हिन्दी कवि थे। १ अप्रैल १९११ को उत्तर प्रदेश के बांदा जनपद के कमासिन गाँव में हनुमान प्रसाद गुप्ता व घसीटो देवी के घर हुआ था। केदार जी के पिताजी स्वयं कवि थे और उनका एक काव्य संकलन ‘मधुरिम’ के नाम से प्रकाशित भी हुआ था। केदार जी …

Read More »

आया वसंत: सोहनलाल द्विवेदी की बाल-कविता

आया वसंत - सोहनलाल द्विवेदी

आया वसंत: सोहनलाल द्विवेदी – Here is a simple poem on spring for children. The scenery described comprising the mustard fields and flowering of mango trees is something that many urban children today would not be familiar with. For old timers, these things arouse nostalgia. आया वसंत: सोहनलाल द्विवेदी आया वसंत आया वसंत छाई जग में शोभा अनंत सरसों खेतों …

Read More »