जन्म: 14 नवम्बर 1889
जन्मस्थान: इलाहाबाद (उत्तर प्रदेश, भारत)
पिता: मोतीलाल नेहरु
माता: स्वरूपरानी नेहरु
शिक्षा: 1910 में केब्रिज विश्वविद्यालय के ट्रिनटी कॉलेज से उपाधि संपादन की। 1912 में ‘इनर टेंपल’ इस लंडन कॉलेज से बॅरिस्ट बॅरिस्टर की उपाधि संपादन की।
विवाह: कमला के साथ (1916 में)
जवाहरलाल नेहरु के अनमोल विचार
जवाहरलाल नेहरु के अनमोल विचार विद्यार्थियों के लिए
- लोगों की कला उनके दिमाग का सही दर्पण है।
- यदि पूंजीवादी समाज की शक्तियों को अनियंत्रित छोड़ दिया जाए तो वो अमीर को और अमीर और गरीब को और गरीब बना देंगी।
- जो व्यक्ति जो सबकुछ पा चुका है वह हर एक चीज शांति और व्यवस्था के पक्ष में चाहता है।
- सह-अस्तित्व का केवल एक विकल्प है सह-विनाश।
- जो व्यक्ति भाग जाता है वह शांत बैठे व्यक्ति की तुलना में अधिक खतरे में पड़ जाता है।
- जो व्यक्ति अधिकतर अपने ही गुणों का बखान करता रहता है वो अक्सर सबसे कम गुनी होता है।
- बहुत अधिक सतर्क रहने की नीति सभी खतरों में सबसे बड़ा है।
- पूर्ण रूप से आन्दोलनकारी रवैया किसी विषय के गहन विचार के लिए ठीक नहीं है।
- शायद जीवन में भय से बुरा और खतरनाक कुछ भी नहीं है।
- एक नेता या कर्मठ व्यक्ति संकट के समय लगभग हमेशा ही अवचेतन रूप में कार्य करता है और फिर अपने किये गए कार्यों के लिए तर्क सोचता है।
- एक ऐसा क्षण जो इतिहास में बहुत ही कम आता है, जब हम पुराने के छोड़ नए की तरफ जाते हैं, जब एक युग का अंत होता है और जब वर्षों से शोषित एक देश की आत्मा, अपनी बात कह सकती है।
- एक सिद्धांत को वास्तविकता के साथ संतुलित किया जाना चाहिए।
- जब तक मैं स्वयं में आश्वस्त हूँ की किया गया काम सही काम है तब तक मुझे संतुष्टि रहती है।
- कार्य के प्रभावी होने के लिए उसे स्पष्ठ लक्ष्य की तरफ निर्देशित किया जाना चाहिए।
- नागरिकता देश की सेवा में निहित है।
- संकट और गतिरोध जब वे होते हैं तो कम से कम उनका एक फायदा होता है कि वे हमें सोचने पर मजबूर करते हैं।
- संस्कृति मन और आत्मा का विस्तार है।
- लोकतंत्र और समाजवाद लक्ष्य पाने के साधन है, स्वयम में लक्ष्य नहीं।
- लोकतंत्र अच्छा है। मैं ऐसा इसलिए कह रहा हूँ क्योंकि बाकी व्यवस्थाएं और बुरी हैं।
- संकट के समय हर छोटी चीज मायने रखती है।
- तथ्य तथ्य हैं और आपके नापसंद करने से गायब नहीं हो जायेंगे।
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