सनस्क्रीन, लिप बाम लगाकर बॉर्डर पर ‘लोहा’ लेने जा रहे चीनी सैनिक

सनस्क्रीन, लिप बाम लगाकर बॉर्डर पर ‘लोहा’ लेने जा रहे चीनी सैनिक

सनस्क्रीन, लिप बाम लगाकर बॉर्डर पर ‘लोहा’ लेने जा रहे चीनी सैनिक: सोशल मीडिया पर लोगों ने उड़ाया मजाक, वीडियो वायरल

इस वीडियो के सामने आने के बाद लोग खूब मजे ले रहे हैं। वीडियो चीनी सरकार के प्रोपेगेंडा मीडिया हाउस ग्लोबल टाइम्स द्वारा शेयर किया गया है। एक यूजर ने लिखा कि ये सैनिक हैं या फिर इन्हें रैंप के लिए ट्रे़ंड किया जा रहा है।

एक तरफ जहाँ चीनी सेना और भारतीय सेना के बीच गतिरोध जारी है, वहीं दूसरी तरफ समय-समय पर कुछ ऐसे वीडियो सामने आ जाते हैं, जो लोगों का खूब मनोरंजन करते हैं। हाल ही में चीनी सेना का एक ऐसा ही वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में चीनी सैनिक अपने चेहरे पर सनस्क्रीन लगा रहे हैं। इसके अलावा, होठों पर लिप बाम भी लगा रहे हैं।

इस वीडियो के सामने आने के बाद लोग खूब मजे ले रहे हैं। वीडियो चीनी सरकार के प्रोपेगेंडा मीडिया हाउस Global Times द्वारा शेयर किया गया है। इस दौरान चीनी सैनिक तिब्बत की ऊँचाई वाले माहौल में अपने स्किन को लेकर बातें करते हुए भी सुनाई दे रहे हैं।

ग्लोबल टाइम्स ने वीडियो जारी कर लिखा है कि पीएलए के फ्रंटियर गार्ड स्किनकेयर पर जानकारी दे रहे हैं। गश्त पर जाने से पहले सैनिक जब सनस्क्रीन और लिप बाम लगाते हैं, तब उनका गंभीर दिखने वाला चेहरा क्यूट बन जाता है। ये सैनिक क्रीम के उपयोग को लेकर कुछ अच्छे सुझाव भी दे सकते हैं। वीडियो में साफ दिख रहा है कि लद्दाख में तनाव के बीच चीनी सेना अपने जवानों को ‘सुंदर’ दिखाने की तैयारी कर रही है।

वीडियो पर मजे लेते हुए ट्विटर यूजर्स ने तरह-तरह की प्रतिक्रियाएँ दी है। एक user ने लिखा कि इन्हें थोड़ा सा मेकअप भी दे दें।

एक यूजर ने लिखा कि ये सैनिक हैं या फिर इन्हें रैंप के लिए ट्रे़ंड किया जा रहा है।

एक अन्य यूजर ने लिखा कि बॉलीवुड को इनके जैसे जोकरों की जरूरत है।

कई यूजर्स ने चीन के जवानों को लिपस्टिक लगाने की भी सलाह दी।

बता दें कि चीन का दुष्‍प्रचार तंत्र भारत पर मनोवैज्ञानिक दबाव बनाने और अपनी जनता को खुश करने के लिए अक्‍सर इस तरह के वीडियो और फोटो जारी करता रहता है। इससे पहले भी चीन का दाँव उल्‍टा पड़ चुका है और उसकी थू-थू हो चुकी है। चीन यह दिखाना चाहता है कि वह अपने सैनिकों का कितना ध्यान रखता है। जबकि, वास्तविकता यह है कि कम्युनिस्ट चीन में किसी को भी विरोध करने की आजादी नहीं है।

ग्लोबल टाइम्स ने रिपोर्ट में लिखा है कि चीनी सेना की तिब्बती मिलिशिया परिवहन इकाइयाँ सीमा पर अधिक ऊँचाइयों पर स्थित कठिन वातावरण में आपूर्ति करने के लिए एक व्यावहारिक दृष्टिकोण के रूप में खच्चरों और घोड़ों का भी उपयोग कर रही है। दक्षिण पश्चिम चीन के तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र के नगरी प्रान्त के रुतोग काउंटी (Rutog County) में तिब्बती मिलिशिया (Tibetan militia) सैनिक की सप्लाई यूनिट चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के सैनिकों को साजो सामान पहुँचा रही है।

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