Poems In Hindi

बच्चों की हिन्दी कविताएं — 4to40 का हिन्दी कविताओ का संग्रह | Hindi Poems for Kids — A collection of Hindi poems for children. पढ़िए कुछ मजेदार, चुलबुली, नन्ही और बड़ी हिंदी कविताएँ. इस संग्रह में आप को बच्चो और बड़ो के लिए ढेर सारी कविताएँ मिलेंगी.

श्री सरस्वती स्तोत्रम्

या कुन्देन्दुतुषारहार धवला या शुभ्रवस्त्रावृता या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना या ब्रह्माच्युतशंकरप्रभृतिभिर्देवैः सदा वंदिता सा मां पातु सरस्वती भगवती निःशेषजाड्यापहा ॥1॥ शुक्लां ब्रह्मविचारसारपरमा माद्या जगद्व्यापिनीं वीणापुस्तकधारिणीमभयदां जाड्यान्धकारापहाम् हस्ते स्फाटिकमालिकां च दधतीं पद्मासने संस्थितां वंदे तां परमेश्वरीं भगवतीं बुद्धिप्रदां शारदाम् ॥2॥ वसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती का जन्म हुआ था। इस दिन मां सरस्वती का पूजन-अर्चन करने के साथ-साथ श्री सरस्वती …

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श्री सरस्वती चालीसा

॥दोहा॥ जनक जननि पद्मरज, निज मस्तक पर धरि। बन्दौं मातु सरस्वती, बुद्धि बल दे दातारि॥ पूर्ण जगत में व्याप्त तव, महिमा अमित अनंतु। दुष्जनों के पाप को, मातु तु ही अब हन्तु॥ जय श्री सकल बुद्धि बलरासी। जय सर्वज्ञ अमर अविनाशी॥ जय जय जय वीणाकर धारी। करती सदा सुहंस सवारी॥ रूप चतुर्भुज धारी माता। सकल विश्व अन्दर विख्याता॥ जग में …

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नया साल मुबारक – घनश्याम दास आहूजा

मेरे दोस्तों मेरे अज़ीज़ों तुमको, ये नया साल मुबारक। बीते वर्ष को छोड़ो यारों, आया है नया काल मुबारक। खुशी के इस अवसर पर वाद्ययंत्रों की, मधुर ताल मुबारक। खिंच कर चले आए परिवार छोड़, परदेस ने बुना वो जाल मुबारक। उठो भई रिंग करो घर पे लेन-देन हो, खुशियों का अहवाल मुबारक। रानी बिटिया राजा बेटे के थपथपाओ, प्यार …

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नए वर्ष में नयी पहल हो – सजीवन मयंक

नए वर्ष में नई पहल हो। कठिन ज़िंदगी और सरल हो॥ अनसुलझी जो रही पहेली। अब शायद उसका भी हल हो॥ जो चलता है वक्त देखकर। आगे जाकर वही सफल हो॥ नए वर्ष का उगता सूरज। सबके लिए सुनहरा पल हो॥ समय हमारा साथ सदा दे। कुछ ऐसी आगे हलचल हो॥ सुख के चौक पुरें हर द्वारे। सुखमय आँगन का …

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नए वर्ष पर – देवराज

नए वर्ष की पहली रात में तुमने अपनी डायरी में मेरे लिए शुभकामनाएँ लिखीं: कि मुझे दुनिया में वह सब मिले जो अभीष्ट और काम्य है सब तरह का सुख, लंबी उम्र देश-विदेश में नाम और ख्याति यानि विस्तृत विशाल सर्जन कर्म। मैं तुम्हारी शुभकामनाओं के लिए हृदय से कृतज्ञ हूँ लेकिन मेरे दूरवासी दोस्त तुम एक चीज़ की कामना करना भूल …

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नया वर्ष मंगलमय सबको – डॉ. यशोधरा राठौर

नया वर्ष मंगलमय सबको नई किरण-सा हो यह वर्ष ऋद्धि-सिद्धि दे हमें गणपति भैरवी दे नूतन उत्कर्ष नए वर्ष का नया सुमन मुसकाए सबके जीवन में भरी रहे माता की गोदी खिले सभी का भाग्य सुमन वनिता का सिंदूर अमर हो पुलकित हो जन-जन का मन जुड़ा रहे भाई भाई से नहीं किसी में हो अनबन ∼ डॉ. यशोधरा राठौर

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जो तुम आ जाते एक बार – महादेवी वर्मा

जो तुम आ जाते एक बार। कितनी करूणा कितने संदेश, पथ में बिछ जाते बन पराग, गाता प्राणों का तार तार, अनुराग भरा उन्माद राग, आँसू लेते वे पथ पखार। जो तुम आ जाते एक बार। हँस उठते पल में आर्द्र नयन, धुल जाता होठों से विषाद, छा जाता जीवन में बसंत, लुट जाता चिर संचित विराग, आँखें देतीं सर्वस्व …

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प्रिय कैसे, फिर तुम्हें मनाऊँ – सुरेन्द्र कुमार अरोड़ा

ह्रदय ने हर छण पीर सही है श्वासों की तुम संग प्रीत लगी है तुमको लेकर बात बढ़ी है तुम बिन चॆन कहां से पाऊँ प्रिय कैसे, फिर तुम्हें मनाऊँ। चितवन ऐसी खिली कली सी स्वर लहरी है जल – तरंग सी नयनों की झपकी, साझं ढली सी बिछड़ा सावन कहाँ से लाऊँ प्रिय कैसे, फिर तुम्हें मनाऊँ। नेह मधुर …

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पहला नशा, पहला खुमार – मजरूह सुल्तानपुरी

चाहे तुम कुछ ना कहो, मैने सुन लिया के साथी प्यार का मुझे चुन लिया, चुन लिया, मैने सुन लिया पहला नशा, पहला खुमार नया प्यार है, नया इंतज़ार कर लू मैं क्या अपना हाल, ऐ दिल-ए-बेकरार, मेरे दिल-ए-बेकरार, तू ही बता उड़ता ही फिरूँ इन हवाओं में कहीं या मैं झूल जाऊँ इन घटाओं में कहीं एक कर दूँ …

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