Folktales In Hindi

Folktales In Hindi

अपनी काबिलियत पहचानिये

अपनी काबिलियत पहचानिये

बहुत समय पहले की बात है, एक राजा को उपहार में किसी ने बाज के दो बच्चे भेंट किए। राजा ने उनकी देखभाल के लिए एक अनुभवी आदमी को नियुक्त कर दिया। जब कुछ महीने बीत गए तो राजा ने बाजों को देखने का मन बनाया। राजा ने देखा कि दोनों बाज काफी बड़े हो चुके थे। राजा ने बाजों …

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मेरी लूसी

Mary Lucy

एक समय की बात है, किसी गाव मे एक किसान रहता था। उसकी एक छोटी बेटी मेरी ओर एक बढ़िया नस्ल की कुतिया लूसी थी। लूसी हमेशा मेरी के साथ रहती। उसके साथ स्कूल मे जाती। शाम को उसके साथ खेलती। दोनो बहुत खुश थे। एक दिन अचानक गांव मे बरसात आई। इन्द्रदेव जेसे कोपामायन हुवे थे। बादलो मे से पानी टपक …

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गधे का सौदा

गधे का सौदा

एक बार की बात है। एक लड़का था। अक्ल के मामले में थोड़ा – सा कमजोर। एक दिन खेल से लौटते समय उसने एक आदमी को एक गधी लेकर जाते हुए देखा। लड़के को गधी बहुत अच्छी लगी। उसने मालिक से पूछा, “तुम इस गधी को कितने में बेचोगे? मै इसे खरीदना चाहता हूँ।” वह आदमी बोला, “सौ रुपल्ली हाथ …

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बुद्धिमान माँ

भारत के पूर्वी हिस्से में उड़ीसा नाम का राज्य है। महानदी के मुहाने के आसपास की जमीन बहुत उपजाऊ है – धान के खेत, जंगल और ताजा हरी घास, जिसे वहां के मवेशी भरपेट खाते हैं। बहुत पहले वहां एक महाजन की पत्नी अपने तीन बेटों और बहुओं के साथ रहती थी। सुखी परिवार था और सब लोग आराम से रहते …

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सेवा परमो धर्म

सेवा परमो धर्म

रोशन को काफी देरी हो गई थी। वो जल्दी से जल्दी ओफ्फिस में पहुचना चाहता था। उसके पीछे की सिट पे बैठे मुकेश ने उसे दो तिन बार टोका भी “रोशन धीरे से चला हमें ओफ्फिस जाना है, उपर नहीं!” पर रोशन मानने वालो में से कहा था। उसने और स्पीड बढ़ा दी। सामने एक मोड़ आ रहा था। वहा …

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जंगल का न्याय

The Jungle's Law

त्रिपुरा के जंगलों में एक शूकरी रहती थी। अपने बच्चों के साथ, शूकरी ख़ुशी – ख़ुशी दिन बिता रही थी। एक दिन जंगल में अपने बच्चों के लिए भोजन ढूंढते हुए, उसने एक बाघ के बच्चे को रोते हुए देखा। जब उसे इस शावक की माँ कहीं नही मिली तो उसने अंदाजा लगाया कि माँ को शिकारियों ने मार डाला होगा। …

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प्रथम पुरुष

First person

बहुत समय पहले बंगाल में महाराजा कृष्णचन्द्र का राज्य था। उनके दरबार में बहुत सारे विदूषक थे। सबसे ज्यादा लोकप्रिय था – गोपाल। गोपाल नाई था लेकिन सब लोग उसे गोपाल भांड कहकर बुलाते थे। भांड यानी मसखरा, जो लोगों को हंसा सकता हो। अपने चुटकलों, हावभाव, टीका – टिप्पणी और महाराज या अन्य लोगों को मूर्ख बनाने के तरीको …

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ब्रह्मदैत्य

Brahmadaitya

बंगाल के एक सुदूर गाँव में एक निर्धन ब्राह्मण अपनी पत्नी के साथ बहुत तंगहाली में रह रहा था। दोनों घर – घर जाकर भिक्षा मांगते, तब कहीं उन्हें दो जून रोटी नसीब होती थी। दिन वर्षों में तबदील होते गए और एक दिन गाँव में नया ज़मींदार बना। ब्राह्मण ने सोचा, क्यों न जमींदार के यहाँ जाकर वह भी हाजिरी …

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फैसला

कई वर्ष पहले, एक घने जंगल में चार चोर रहते थे। चुराया हुआ धन वे एक साधारण से बर्तन में रखते थे लेकिन उसकी हिफाजत जान से भी ज्यादा करते थे। कुछ अरसे बाद उनका मन चोरी – चकारी से ऊब गया। “मै तो ऐसी जिंदगी से तंग आ गया हूँ। हमे हमेशा चौकन्ना रहना पड़ता है, वरना हम पकड़े भी …

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शुभ मुहूर्त

Shubh muhrat

एक समय की बात है – एक बहुत की भोला – भाला दम्पति था। पति – पत्नी, दोनों ही इतने ज्यादा भोले थे कि कई बार तो उनके निपट मूर्ख होने का भी संदेह होता था। एक रात में कुछ शोर सुनकर दोनों उठ बैठे। “मालूम होता है, घर में चोर घुस आए हैं,” आदमी फुसफुसाया। “क्यों भागवान, तुम्हे कुछ सुनाई …

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