Om Vyas Om

A popular hasya kavi from Ujjain.

माँ: ओम व्यास ओम – माँ पर मार्मिक कविता

माँ - ओम व्यास ओम

माँ संवेदना है, भावना है, अहसास है माँ, माँ जीवन के फूलों में खुशबू का वास है माँ। माँ रोते हुए बच्चे का खुशनुमा पलना है माँ, माँ मरूथल में नदी या मीठा सा झरना है माँ। माँ लोरी है, गीत है, प्यारी सी थाप है माँ, माँ पूजा की थाली है, मंत्रों का जाप है माँ। माँ आँखों का सिसकता हुआ किनारा …

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मज़ा ही कुछ और है – ओम व्यास ओम

मज़ा ही कुछ और है – ओम व्यास ओम

दांतों से नाखून काटने का छोटों को जबरदस्ती डांटने का पैसे वालों को गाली बकने का मूंगफली के ठेले से मूंगफली चखने का कुर्सी पे बैठ कर कान में पैन डालने का और डीटीसी की बस की सीट में से स्पंज निकालने का मज़ा ही कुछ और है एक ही खूंटी पर ढेर सारे कपड़े टांगने का नये साल पर …

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कभी नहीं – ओम व्यास ओम

कभी नहीं - ओम व्यास ओम

साले की बुराई शक्की को दवाई उधार–प्रेमी को अपने दोस्त से मिलाना पत्नी को अपनी असली इनकम बतलाना नवजात कुत्ते के बच्चे का सहलाना और पहलवान की बहन से इश्क लड़ाना कभी नहीं, कभी नहीं नाई से उधारी में दाढ़ी या फिर सैकिन्ड हैंड गाड़ी नानवेज होटल में वेजीटेरियन खाना नए – नए कवि को कविता सुनाना फँसे हुए आदमी …

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