Simile was an effervescent little cat who enjoyed laughing and giggling. She even laughed through her own troubles and did not need any company to ease her pain. On a Sunday morning, while she was going to market, Whitey cat met her on the way. She admired Smile’s red hat and asked if she could spare that hat for her. …
Read More »टॉफी चोर: बच्चों के लिए रोमांचक जासूसी कहानी
“केले के छिलकों का ढेर लगा हुआ है और तुम कह रहे हो कि टोनी केले नहीं खाकर तुम्हारी टॉफ़ी चुराकर खाता है” मम्मी ने नाराज़ होते हुए गिल्लू से कहा। गिल्लू आश्चर्य से टोनी को देखे जा रहा था। टोनी के चारों तरफ घूमने के बाद वह बोला – “तो अगर टोनी मेरी टॉफ़ी नहीं खाता है तो मेरी …
Read More »होली स्पेशल बाल कहानी: राजा की होली केक के संग
मिट्टी की सोंधी महक के साथ ही ताजे केक की सुगंध हवेली के चारों ओर फ़ैल चुकी थी। पुरानी सी हलके पीले रंग की हवेली, जो अब तक गुमनाम पड़ी हुई थी आजकल “केक वाली हवेली” के नाम से जानी जाती थी। “केक वाली हवेली” का नाम गाँव वालों का ही दिया हुआ था क्योंकि उस हवेली को दूर से …
Read More »एक गरीब की दर्द भरी कहानी: सेकंड हैंड
हर इतवार को गाड़ी धोने वाले राममेहर का चेहरा आज ख़ुशी से चमक रहा था। जैसे ही मैंने कार की चाभी पकड़ाई, वह हँसते हुए बोला – “साइकिल बहुत पुरानी हो गई थी, तो एक्टिवा ले ली मैंने…” मैंने कहा-“अरे वाह, आज तो नाश्ते के साथ मिठाई भी खाकर जाना”। “साहब एक बार ज़रा देख लेते” वह चहकते हुए बोला। …
Read More »और रंग मुस्कुरा दिए: मंजरी शुक्ला
होली का त्यौहार आने वाला था। सारे घर में खुशी की लहर दौड़ रही थी। पापा मिठाइयों की लिस्ट बनाने में व्यस्त थे तो मम्मी नए कपड़े और पूजा का सामान लिख रही थी। मैं अपने दोस्तों के साथ ढेर सारे रंग और पिचकारियों के बारे में बात करता रहता था। सभी चिंता में थे कि कौन सी वाली पिचकारी …
Read More »वीडियो गेम: मंजरी शुक्ला की प्रेरणादायक हिंदी कहानी
चीनू की आँखों से लगातार पानी निकल रहा था पर चीनू की आँखें वीडियो गेम पर टिकी हुई थी। वह एक हाथ से बार-बार अपनी आँखें मसलता और फ़िर अपना चश्मा ठीक करते हुए तेजी से बटन दबाना शुरू कर देता। जैसे ही उसने दसवाँ लेवल पार कर लिया। वह ख़ुशी से उछल पड़ा और सोफ़े पर ही कूदने लगा। …
Read More »हँस दी गुड़िया: आजादी पाने की चाह
शो केस पर सजी हुई रंगबिरंगी गुड़िया बहुत देर से सड़क की और देख रही थी। कितने दिन हो गए थे, उसे फ़ैक्टरी से बन कर आये हुए, पर कोई भी अब तक खरीदने नहीं आया था।काँच की दीवार में रहना उसे बिलकुल पसंद नहीं था।उसने साथ खड़े झबरीले पूँछ वाले से मोती कुत्ते से पूछा – “दुकान के सभी …
Read More »उपकार: क्रिसमस पर बाल कहानी
“पापा… आपको पता है ना कि परसों क्रिसमस है।”पापा ने मुस्कुराते हुए आठ साल के हैरी की तरफ़ देखा जो अपनी भूरी आँखें उनके चेहरें की ओर गड़ाए बैठा था। उसके गोरे चेहरे पर घुँघराले भूरे बाल धूप में चमकने के कारण सुनहरे लग रहे थे।उन्होंने उसे प्यार से उठाकर गोदी में बैठा लिया।हैरी लड़ियाते हुए बोला – “इस साल …
Read More »क्रिसमस और सांता क्लॉज़ का तोहफा: मंजरी शुक्ला
बहुत समय पहले की बात हैं। एक गाँव में एक बूढ़ी औरत मारिया अपने दस वर्ष के पोते जॉर्ज के साथ रहती थी। उसने अपने बाग़ में ढेर सारे फूल जैसे चंपा, जूही, गुलाब, गेंदा, आईरिस, गुलमोहर और आर्किड लगा रखे थे और एक छोटा सा तालाब भी बनाया था जिसमें हल्के लाल और सफ़ेद रंग के कमल के फूल खिले रहते थे।वह दिन …
Read More »नन्हें फ़रिश्ते: क्रिसमस के त्यौहार की दिल छू लेने वाली कहानी
क्रिसमस आने में सिर्फ़ दो दिन बाकी थे और हर साल की तरह पूरा शहर रौशनी में नहाया हुआ था। केक, पेस्ट्री और ताजे बिस्कुट की भीनी-भीनी महक से सबके कदम खुद ब खुद बेकरी की ओर खिंचे चले जा रहे थे। दर्ज़ी की दुकान में तो तिल रखने की भी जगह नहीं बची थी। बच्चे हो या बड़े, नए …
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